Gaza News: डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को अपने बयान से पलटते हुए नजर आए हैं. उन्होंने कहा है कि कोई भी फिलीस्तीनियों को गाजा से बाहर नहीं निकाल रहा है. हालांकि पहले उन्होंने फिलिस्तीनियों को गाजा से बाहर निकालकर दूसरे देशों में शिफ्ट करने की बात कही थी और इसे मिडिल ईस्ट रिवेरा में बदलने की बात कही थी.
उनका यह कमेंट बुधवार को व्हाइट हाउस में आयरिश प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन के साथ मीटिंग के दौरान एक पत्रकार के सवाल के जवाब में आया है. हालांकि उनके पहले सुझाए हुए प्रस्ताव के बाद काफी विरोध हुआ था. सभी मुस्लिम देशों ने इस मानने से इनकार कर दिया था. सऊदी ने इसके खिलाफ एक अल्टर्नेटिव प्लान भी सुझाया था.
मिस्र, जॉर्डन और खाड़ी अरब देशों ने चेतावनी दी थी कि ऐसी कोई भी योजना पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर सकती है. जवाब में, अरब देशों ने गाजा के पुनर्निर्माण के लिए 53 बिलियन डॉलर की मिस्र की योजना को अपनाय था, जिससे फिलिस्तीनियों के किसी भी विस्थापन से बचा जा सकेगा.
अरब विदेश मंत्रियों ने बुधवार को कहा था कि वे मिडिल ईस्ट में ट्रम्प के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के साथ गाजा के तामीर की मिस्र की योजना के बारे में परामर्श जारी रखेंगे, जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति के जरिए प्रस्तावित इलाके के अधिग्रहण के ऑप्शन के तौर पर होगा
कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अरब विदेश मंत्रियों ने गाजा पुनर्निर्माण योजना पर चर्चा की, जिसे 4 मार्च, 2025 को काहिरा में आयोजित अरब लीग शिखर सम्मेलन के दौरान अप्रूव किया गया था. उन्होंने पुनर्निर्माण की कोशिशों की नींव के तौर पर योजना पर परामर्श और समन्वय जारी रखने के लिए अमेरिकी दूत के साथ भी सहमति ज़ाहिर की."