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Gaza: अब सर्दी ले रही गाजा के लोगों का इम्तिहान, हाइपोथर्मियां से मर रहे बच्चे

Gaza News: गाजा में सर्दियों की वजह से हालात बदतर बने हुए हैं. हाइपोथर्मिया की वजह से कई बच्चे अपनी जान गवा चुके हैं. मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. पूरी खबर पढ़ें.

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Gaza: अब सर्दी ले रही गाजा के लोगों का इम्तिहान, हाइपोथर्मियां से मर रहे बच्चे
Sami Siddiqui |Updated: Dec 30, 2024, 09:02 AM IST
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Gaza: न घर, न काम, न बिजली, न खाना और न ही इससे निकलने का कोई तरीका. फिलिस्तीनियों के कुछ ऐसे हालात बने हुए हैं.  हाल ही, में एक पिता ने अपने एक बच्चे को हाइपोथर्मिया की वजह से खोया है और उसका दूसरा बच्चे सेपसिस की वजह से वेंटिलेटर पर है. "उसे नजरअंदाजी वजह से मार दिया गया!" याहिया अल बत्रन अपने 20 दिन के बेटे जुमा का शव उठाते हुए चिल्लाते हैं.

बच्चे हो रहें हाइपोथर्मिया का शिकार

याहिया के जुड़वा बेटों में से एक के हाथ, मुंह और पैर पीले पड़ चुके थे. उसकी आंखें थोड़ी-सी खुली हुई थी, और उसके पिता दर्द से चिल्ला रहे थे. यह हाल एक पिता या माता का नहीं है. गाजा में दर्जनों बच्चे हाइपोथर्मिया की वजह से मौत को गले लगा चुके हैं.

90 फीसद आबादी विस्थापित

युनाइटेड नेशन की ह्यूमेटेरियन एजेंसी का कहना है कि इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद से गाजा की दो मिलियन आबादी में से लगभग 90 फीसद लोग विस्थापित हो गए हैं. उनमें से लगभग आधे बच्चे हैं. याहिया कहते हैं,"मैं अपने परिवार के साथ इज़रायलियों से बचकर एक स्कूल शेल्टर में पहुंचा. उन्होंने स्कूल आश्रय पर बमबारी की, इसलिए हम बस से एक फुटबॉल मैदान में गए और एक तंबू में रहने लगे."

स्काई न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में याहिया आगे कहते हैं,"मेरे दो भतीजे और तीन ससुराल वाले मारे गए. उसी महीने, अल्लाह ने मुझे जुड़वां बच्चे दिए. मैंने अपने भाई के नाम पर जुमा का नाम रखा और उसके जुड़वां बच्चे का नाम अपने भतीजे के नाम पर अली रखा."

इंक्यूबेटर पर बच्चे, इजराइल ने काटी बिजली

उसी दिन जुमा हाइपोथर्मिया का शिकार हो गया, और उसके भाई अली को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, जिसका सेपसिस का इलाज चल रहा है. याहिया के जिंदा बच्चे की जिंदगी गाजा के अस्पतालों को चलाने वाले जनरेटर पर निर्भर है. इजरायल ने गाजा की बिजली आपूर्ति काट दी है और अस्पतालों पर छापे मार रहा है. आईडीएफ का कहना है कि घेराबंदी स्वास्थ्य सुविधाओं में छिपे आतंकवादियों को जड़ से उखाड़ने के लिए की गई है.

याहिया जैसे पिताओं के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं बचा है. वह कहते हैं,"जाओ और इन बच्चों को देखो. देखो कि वे कहाँ सोते हैं - सड़क पर, हम कंबल डालते हैं और खुद को ढक लेते हैं. हम आठ लोग हैं और हमारे पास सिर्फ़ चार कंबल हैं," वे कहते हैं.

बता दें, अक्टूबर में शुरू हुई जंग में अब तक 45 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इजराइल अस्पतालों पर छापेमारी कर रहा है और पेशेंट्स को बाहर निकाल रहा है.

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