Gaza Update Today: फिलिस्तीनी आर्म्ड ग्रुप हमास ने रविवार को कहा कि गाज़ा में बंदी बनाए गए इज़रायली बंधकों को खाने के मामले में कोई खास ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा. संगठन का सीधे तौर पर कहना था कि जो बाकियों को मिल रहा है वैसा ही बंधकों को मिलने वाला है.
हमास के सैन्य विंग 'अल-क़स्साम ब्रिगेड्स' ने एक बयान में कहा, "हम बंधकों को जानबूझकर भूखा नहीं रखते, लेकिन उन्हें वही खाना दिया जाता है जो हमारे लड़ाके और आम जनता खाते हैं. starvation और नाकेबंदी के अपराध के बीच उन्हें किसी भी तरह की स्पेशल सर्विस नहीं दी जाएगी."
हमास ने आगे कहा कि वह केवल उसी स्थिति में अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) को बंधकों को सहायता देने की अनुमति देगा जब गाज़ा में मानवीय रास्ते खोले जाएंगे.
एक दूसरे बयान में अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने कहा, 'हम रेड क्रॉस की ओर से दुश्मन बंधकों को खाना और दवा पहुंचाने की किसी भी गुजारिश पर पॉजीटिव रूप से प्रतिक्रिया देने को तैयार हैं. हालांकि, हमारी स्वीकृति की शर्त यह है कि गाज़ा पट्टी के सभी इलाकों में खाद्य और दवाओं की आपूर्ति के लिए मानवीय गलियारों को खोला जाए."
हमास की यह रिएक्शन उस वक्त आया है जब इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रेड क्रॉस से गाज़ा में बंधकों को भोजन पहुंचाने में सहायता की अपील की है. इसके साथ ही रेड क्रॉस ने भी एक बयान जारी कर बंधकों तक पहुंच प्रदान करने की मांग की थी, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया गया.
इससे पहले हमास की मिलिट्री विंग इस्लामिक जिहाद ने एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में एक बंधक बुरी हालत में दिखाई दे रहा था जो नेतन्याहू से मदद की गुहार लगा रहा था और कह रहा था कि उसके पास खाना और पानी की भारी कमी है और उसके हालत इतनी खराब हो गई है कि उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. इस कैदी को हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था.