Israel Hamas War: इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा में खान यूनिस के आसपास के बड़े इलाकों से फिर से बड़े पैमाने पर निकासी का आदेश दिया है. सेना ने कहा है कि उसके बल फिलिस्तीनी रॉकेट हमले के जवाब में जल्द ही वहां कार्रवाई करेंगे. गाजा के दूसरे सबसे बड़े शहर खान यूनिस को इस साल की शुरुआत में हवाई और जमीनी अभियानों के दौरान बड़े पैमाने पर विनाश का सामना करना पड़ा था. इजरायली सेना तबाह हुए गाजा में लौटी है. इस इलाके में उन्होंने हमास के खिलाफ जंग जारी रखी है.
40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
गाजा गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहा है. यहां इजरायल ने मदद पर पाबंदी लगा रखी हैं और चिकित्सा, खाना और दूसरी चीजों तक पहुंच बहुत सीमित कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस क्षेत्र में मरने वालों की तादाद 40,000 के करीब है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से फोन पर बात कर नए सैन्य हमले को रोकने के लिए हर मुम्किन कोशिश करने की गुजारिश की है.
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जंगबंदी के लिए दबाव
विश्व के कई नेता गाजा में संघर्ष विराम के लिए दबाव बना रहे हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने मंगलवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी से मध्य पूर्व में तनाव को कम करने के लिए एक समझौते की उम्मीदों के बारे में बात की. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हफ्ते के आखिर में अपने मंत्रिमंडल को बताया कि इजरायल पहले से ही ईरान और उसके सहयोगियों के साथ "बहु-मोर्चे युद्ध" में है.
नार्वे को काम से रोका
उधर नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईडे ने गुरुवार को कहा कि स्कैंडिनेवियाई सरकार को बताया गया है कि इज़राइल "अब नॉर्वे के राजनयिकों को फिलिस्तीन में काम करने की इजाजत नहीं देगा". बार्थ ईडे ने कहा कि "यह एक अतिवादी कार्य है जो खास तौर से फिलिस्तीनी आबादी की मदद करने की हमारी क्षमता को प्रभावित करता है,"