Israel attack on Gaza: इजराइल ने बीते माह 18 मार्च से संघर्ष विराम को तोड़ कर गाजा पट्टी में दोबारा हमला कर दिया. इस हमले में लगातार फिलिस्तीन के बेगुनाह नागरिक मारे जा रहे हैं. शनिवार (26 अप्रैल) को भी इजराइली सेना ने गाजा शहर में एक तीन मंजिला मकान पर बमबारी की. इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से आधे बच्चे थे.
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में इजराइली सेना के हमलों में कम से कम 56 लोगों की मौत हो चुकी है. ताजा हमलों को लेकर शिफा अस्पताल ने पुष्टि की कि मृतकों में तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल भी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के जरिये जारी सूचना मुताबिक, बीते 24 घंटे में 108 फिलिस्तीनी नागरिक घायल हुए हैं.
इजराइल की सेना ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने एक हमास के अधिकारी को निशाना बनाया था. यहूदी सेना के बताया कि जिस इमारत में वह था, हमले के बाद वह ढह गई. हमले में इमारत के ढहने की समीक्षा की जा रही है.
स्थानीय निवासी सईद अल-खौर ने इजराइली सेना के इस क्रूर हमले में अपने परिवार को खो दिया. उन्होंने बताया कि यहां पर कोई भी आतंकी नहीं थी. हम रात 1 बजे से अब तक बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के शव निकाल रहे हैं. वे मलबे के बीच, झुकी हुई छत के नीचे खड़े थे.
हमास ने शनिवार को कहा कि उसने संघर्ष विराम को फिर से बहाल करने की कोशिशों के तहत एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल काहिरा भेजा है. इजराइल नरसंहार की जिद पर अड़ी है, उसका दावा है कि जब तक हमास सभी बंधकों को रिहा नहीं कर देता या हमास का पूरी तरह खात्मा नहीं जाता है, ये युद्ध जारी रहेगा.
हमास के अधिकारियों के मुताबिक, उनके प्रतिनिधि काहिरा में मिस्र के अधिकारियों के साथ युद्ध खत्म करने और गाजा के पुनर्निर्माण के मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में अन्य हमास अधिकारियों ने भी एक प्रस्ताव पर बातचीत के लिए काहिरा का दौरा किया था, जिसमें पांच से सात साल की युद्धविराम योजना और सभी बंधकों की रिहाई का प्रावधान है.
इजराइल ने करीब दो महीने से गाजा की नाकेबंदी जारी रखी है. शुक्रवार को विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने कहा कि गाजा में उनका खाद्य भंडार खत्म हो गया है, जिससे लाखों फिलिस्तीनियों के लिए भोजन का प्रमुख स्रोत खत्म हो गया है. UN के जरिये जारी बयान में कहा गया है कि गाजा की 80 फीसदी से अधिक आबादी अब चैरिटी किचन पर निर्भर है.
संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी (UNRWA) ने कहा कि लगभग 3,000 ट्रक फौरी मदद लेकर गाजा में एंट्री के लिए तैयार हैं, लेकिन नाकेबंदी के चलते वे अंदर नहीं जा पा रहे हैं. UNRWA ने विश्व समुदाय से इस युद्ध को रोकने और गाजा की घेराबंदी को खत्म कराने की मांग की है.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के जरिये जारी बयान में बताया गया है कि अब तक इस युद्ध में 51 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. दूसरी तरफ इजराइल का दावा है कि उसने लगभग 20 हजार हमास लड़ाकों को मारा है, हालांकि इस दावे के कोई सुबूत नहीं पेश किए हैं.
गाजा में लगातार जारी इजराइली हमले में अब तक 1 लाख 17 हजार 524 फिलिस्तीनी घायल हो गए हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान यहूदी सेना के क्रूर हमलों में 108 घायल फिलिस्तीनियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बयान आगे बताया गया है कि कई पीड़ित अभी भी मलबे में और सड़कों पर फंसे हुए हैं, क्योंकि राहत और बचाव कार्य में लगी टीमें पीड़ितों तक पहुंच नहीं पा रही हैं.
गौरतलब है कि इजराइली सेना ने 18 मार्च को गाजा पट्टी पर अचानक से संघर्ष विराम तोड़ते हुए दोबारा हवाई हमला शुरू कर दिया था, जिससे जनवरी में लागू हुए युद्धविराम और कैदियों के अदला-बदली के समझौते को झटका लगा था. बीते माह 18 मार्च से जारी इजराइली हमलों में 2 हजार 111 लोगों की मौत हो गई और 5 हजार 483 फिलिस्तीनी घायल हैं.