Israel Hamas Ceasefire: इजराइल और हमास के बीच इंडायरेक्ट सीजफायर बातचीत शनिवार से कतर की राजधानी दोहा और मिस्र की राजधानी काहिरा में फिर से शुरू होने वाली है. इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वार्ता फिर से शुरू करने के लिए दो प्रतिनिधिमंडल भेजने पर सहमत हो गए हैं. दोहा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया करेंगे, जबकि काहिरा जाने वाली टीम की कयादत शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार करेंगे.
दबाव के बाद लिया फैसला
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, वह बंधकों और लापता लोगों के परिवारों के दबाव के बाद प्रतिनिधिमंडलों को भेजने पर सहमत हुए हैं. हमास की ओर से मध्यस्थों की तरफ से रखी गई कई मांगों को अस्वीकार करने के बाद इजराइली पक्ष पिछले हफ्ते वार्ता से हट गया था. इसमें स्थायी युद्धविराम और इज़राइली जेलों से कई फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है.
रद्द हो गया था सीजफायर का समझौता
इजराइली रक्षा मंत्रालय के बड़े सूत्रों ने बताया कि इजराइल कभी भी स्थायी सीजफायर के लिए सहमत नहीं होगा और उसे कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर भी आपत्ति है. इन सूत्रों के मुताबिक, इज़राइल का मानना है कि उसकी सेना ने हमास की कमर तोड़ दी है और अब हमास सैन्य रूप से खड़ा नहीं हो सकता. पिछले हफ्ते दोहा में बातचीत के दौरान, इज़राइल ने 40 इज़राइली बंधकों के बदले में 700 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर राजी हुआ था, लेकिन हमास की स्थायी युद्धविराम की मांग के बाद वह वार्ता से हट गया था.
32 हजार लोगों की मौत
आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोग मारे गए थे. इसके बाद इजरायल ने हमास वाले इलाके गाजा पर हमला किया था. इन हमलों में अब तक 32 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. पांच महीने से ज्यादा वक्त में इजरायल हमास के दरमियान एक हफ्ते का समझौता हुआ था. अब फिर समझौते की बातचीत शुरू होगी.