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अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है इजरायल, लेबनान पर की भीषण बमबारी

Israel Attack Lebanon: इजरायल और लेबनान के बीच सीजफायर समझौता 27 नवंबर, 2024 से प्रभावी है. इसके चलते हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच एक साल से ज्यादा वक्त से चली आ रही लड़ाई समाप्त हो गई है.

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अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है इजरायल, लेबनान पर की भीषण बमबारी
Zee Salaam Web Desk|Updated: Feb 24, 2025, 07:47 AM IST
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Israel Attack Lebanon: इजराइल लगातार लेबनान में सीजफायर समझौते का उल्लंघन कर रहा है.23 जनवरी को इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में भारी बमबारी की, जिसमें कई लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए. यहूदी राष्ट्र ने यह कार्रवाई तब की है जब हिजबुल्लाह के साथ महीनों से चल रहा संघर्ष समाप्त होने के बाद सीजफायर लागू हो गया है.

लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी एनएनए के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 9:00 बजे, इजरायली लड़ाकू विमानों ने नबातियेह प्रांत के एक गांव अंसार के बाहरी इलाके में हमला किया, कलेलेह और अल-समाइया कस्बों के बीच के क्षेत्र पर दो हवाई हमले किए गए, साथ ही तायर जिले के मारूब गांव के पास की घाटी पर भी एयर स्ट्राइक की गई. एनएनए के अनुसार, इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी लेबनान के सैदा जिले में भी बमबारी की.

कब से लागू है लेबनान में सीजफायर
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और लेबनान के बीच सीजफायर समझौता 27 नवंबर, 2024 से प्रभावी है. इसके चलते हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच एक साल से ज्यादा वक्त से चली आ रही लड़ाई समाप्त हो गई है. यह लड़ाई गाजा में युद्ध छिड़ने के बाद और बढ़ गई थी. लेबनानी ग्रुप ने सहयोगी हमास के समर्थन में हमले शुरू किए था. हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला बोल दिया था.

लेबनान में मौजूद है इजरायल
सीजफायर समझौते में यह तय किया गया कि इजरायल 60 दिनों के भीतर लेबनानी क्षेत्र से हट जाएगा, जबकि लेबनान की सेना को लेबनानी-इजरायल सीमा और दक्षिणी क्षेत्र में तैनात किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लिटानी नदी के दक्षिण में कोई हथियार या आतंकवादी न रहें. समझौते में लेबनानी क्षेत्र से इजरायली सेना की वापसी की बात कही गई थी. हालांकि इजरायल ने 18 फरवरी की समय-सीमा के बाद भी लेबनानी सीमा पर पांच प्रमुख स्थानों पर अपनी उपस्थिति बनाए रखी है.

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