Gaza War: इज़रायली सेना के मेंबर्स के जरिए चोरी किए गए सामान के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सैनिकों के जरिए गाजा से सामान चुराया जा रहा था, जो अब बेचा जा रहा है. इनमें बड़ी मात्रा में नकदी, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और यहां तक कि वाहन भी शामिल हैं. बाद में इन वस्तुओं को टेलीग्राम चैनलों, फेसबुक मार्केटप्लेस या सार्वजनिक बिक्री में बेचा गया है.
नाहल ब्रिगेड के एक कमांडर ने, नाम न बताने की शर्त पर, ईटन नाम का इस्तेमाल करते हुए बताया कि हालांकि सैनिकों ने शुरू में वस्तुओं को स्मृति चिन्ह के रूप में ले लिया था, लेकिन जल्द ही चोरियां बढ़ गईं. सैनिकों के बैगों की तलाशी लेना कम प्राथमिकता वाला काम हो गया है, क्योंकि "यह पूरी बटालियन का मामला था. सैनिक हर जगह ऐसा कर रहे थे, और वे इन्हें दूसरी जगहों पर छिपाने में कामयाब हो गए."
वास्तविक मुद्दा तब उठा जब न केवल युवा सैनिक लूटपाट कर रहे थे, बल्कि सार्जेंट भी चोरी में हिस्सा ले रहे थे. एक सीनियर कमांडर गाजा में लोगों के घरों से गैजेट ले जा रहा था, जिसकी पूरी जानकारी कंपनी सार्जेंट और कंपनी कमांडर को थी. मैं अपने सार्जेंट के पास गया और उससे पूछा कि मामला क्या है. उसने कहा कि यह वाकई बहुत बुरा लग रहा था, लेकिन वह इस बारे में कुछ नहीं कर सकता था.
लूटे हुए सामान में अरबी भाषा में लिखे आभूषण, गोला-बारूद और हथियार भी शामिल हैं. एक दूसरे सैनिक उमर ने प्रकाशन को बताया, "किसी चीज को ले जाकर बेचने की अपेक्षा नकदी लेना अधिक आसान है. सैनिक का मानना है कि कमांडरों के बीच भी लूटपाट हो रही है, जिसमें और भी अधिक मूल्यवान वस्तुएं शामिल हैं.