Israel Palestine War: ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अगले दो दिनों में इजरायल ने सहायता केंद्रों और टेंटों पर हमला कर सौ से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया. वह अपने ऑपरेशन को छिपाने के लिए लगातार दुनिया के सामने नए- नए पैंतरे आजमाता है. इजरायल ने रविवार (8 जून) को एक वीडियो फुटेज जारी कर दावा किया है कि वीकेंड पर गाजा सिटी के एक चौक पर हमास ने एक फिलिस्तीनी को मार डाला.
इजरायली रक्षा मंत्रालय के एक विभाग "कोऑर्डिनेटर ऑफ गवर्नमेंट एक्टिविटीज इन द टेरिटरीज" (COGAT) ने इस वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है. इस फुटेज में पीड़ित की पहचान छिपाने के लिए उसे धुंधला किया गया है, जिसमें कुछ लोग जमीन पर पड़े एक शख्स पर फायरिंग करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं. COGAT के जरिये अरबी भाषा के फेसबुक पेज "अल मुंसिक" पर शेयर इस वीडियो को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
COGAT के प्रमुख मेजर जनरल गासन अलियन ने इस घटना को हमास जरिये सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए की गई हिंसा का एक हिस्सा बताया. गासन अलियन ने फेसबुक पर लिखा, "गाजा के निवासियों हमास के लोग आपको मार रहे हैं और उन्हें आपकी जान की परवाह नहीं है." COGAT के प्रमुख ने आगे कहा, "एक तानाशाह जो खामोशी से हत्या करता है और एक आतंकवादी जो खुलेआम कत्लेआम करता है, दोनों में कोई फर्क नहीं है. दोनों आपके दुश्मन और जीवन के दुश्मन हैं."
हमास पर गंभीर आरोप लगाने वाले मेजर जनरल गासन अलियन के दावे पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. इसकी वजह यह है कि इजरायली सैनिकों ने गाजा में अस्पताल, स्कूल, यूएन के शेल्टर होम, सहायता केंद्रों, टेंट पर भारी बमबारी कर हजारों बेगुनाह फिलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया है. इजरायली सैनिकों के क्रूरता की कई वीडियो सामने आ रही है, जिसमें वह एंबुलेंस, यूएन की गाड़ियों को पर हमला करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं. इसके अलावा हालिया दिनों जांच के लिए पहुंची एक वैश्विक कमेटी पर इजरायली सेना ने अंधाधुंध फायरिंग की थी.
यहूदी सेना प्रमुख मेजर जनरल गासन अलियन ने इस कथित हत्या को जनता को डराने की चौंकाने वाली और हताश कोशिश करार दिया. गासन अलियन ने कहा, "आपके सामने यह चौंकाने वाला दस्तावेज, हमास के शासन, शक्ति और सत्ता को बनाए रखने के लिए जनता में डर फैलाने का एक और हताश, नाकाम कोशिश है."
वीडियो शेयर करने और इजरायली मंशा पर सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि मेजर जनरल गासन अलियन पीड़ित की पहचान या हत्या से जुड़े हालात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. COGAT गाजा, यहूदिया और सामरिया में इजरायल सरकार, सेना, इंटरनेशनल आर्गनॉइजेशन और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के बीच नागरिक मुद्दों में समन्वय करवाने का दावा करता है, लेकिन समय- समय पर COGAT की कार्यशैली पर भी कई सरकारें और संस्थाएं गंभीर आरोप लगाती रही हैं.
इजरायली सेना ने हालिया दिनों सहायता केंद्रों पर बमबारी की, जहां सहायता के लिए लाइन में लगी महिलाएं, बच्चे और बुजर्गों की मौत हो गई है. हालांकि, गुरुवार को इजरायली सैन्य बलों (IDF) ने फिलिस्तीनियों की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की थी, जिसमें वे मानवीय सहायता केंद्रों पर हालिया हिंसा के लिए हमास को दोषी ठहरा रहे थे. यह ऑडियो वायरल होने के बाद कई एजेंसियों ने इस पर आशंका जताई थी.
बता दें, 7 अक्टूबर 2023 से इजरायली सेना लगातार गाजा में हवाई और जमीनी हमले कर रही है. इन हमलों में अब तक 54 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागिरों की मौत हो चुकी है, जबकि 1 लाख 26 हजार 277 लोग घायल हो गए हैं. इसके अलावा 11 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं. पीड़ितों में ज्यादातर फिलिस्तीनी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. यूएन समेत विश्व के दूसरे देशों की अपील के बावजूद इजरायली सेना गाजा में हमले कर रही है.