Israel Gaza War: ईरान और इजरायल में 13 दिनों तक युद्ध चला था और अमेरिका ने दोनों के बीच सीजफायर के लिए मध्यस्थता की थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया. अब इजरायल में नेतन्याहू की मुश्किलें कम नहीं हुई है. तेव अवीव के सड़कों पर लोग उतर चुके हैं और गाजा युद्ध के बीच लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है. इजरायली बंधकों के परिजन ने नेतन्याहू से तंग आकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील कर रहे हैं कि गाजा में युद्ध रोककर सभी इजरायली बंधकों को रिहा करवाएं.
तेल अवीव में हजारों लोग सड़क पर उतरे और नेतन्याहू के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है. बंधकों के रिश्तेदारों ने कार्डबोर्ड तस्वीरें लेकर बंधकों की रिहाई की मांग कर रहे थे. कार्डबोर्ड पर लिखा था, "President Trump, don’t leave any hostage behind!" यानी "राष्ट्रपति ट्रंप, किसी बंधक को पीछे न छोड़ें."
बंधक के पिता ने नेतन्याहू पर लगाया संगीन इल्जाम
एक बंधक निम्रोद कोहेन के पिता येहुदा कोहेन ने कहा, "आपने जनवरी में एक बार मदद की थी, अब एक बार फिर अपना वादा निभाइए. गाजा में फंसे हमारे बेटे-बेटियों को बचाइए. यह युद्ध अब रुकना चाहिए." उन्होंने नेतन्याहू सरकार पर दबाव बनाने की भी मांग की ताकि युद्ध विराम हो सके और सभी बंधकों को रिहा किया जा सके.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि हमास ने इजरायल पर 12 अक्टूबर 2023 को हमला किया था. इस हमले में कम से कम 1200 इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी. जबकि हमास के लड़ाकों ने 250 इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था. हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में कहर बरपा दिया. गाजा को इजरायली फौज ने खंडहर में तब्दील कर दिया है. अब तक गाजा में 60 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जबकि 1.50 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. गाजा की पूरी आबादी घर से बेघर हो गई है.