Gaza Ceasefire Update: गाजा में सीजफायर का तो ऐलान हो गया है. लेकिन अभी भी पेंच इजराइल में फंसा हुआ है. हमास ने को इस ड्राफ्ट पर दस्तखत कर दिए हैं. मगर, अभी नेतन्याहू के कैबिनेट में बगावत के सुर देखने को मिल रहे हैं. जियोनी शासन के मंत्री बेन ग्विर ने इजारइली पीएम को सीधे तौर पर कह दिया है कि अगर इस डील पर साइन होते हैं तो वह इस्तीफा दे देंगे.
बेन ग्विर ने गुरुवार रात इस डील का कड़ा विरोध किया और कहा कि यदि सीजफायर हो गया तो उनकी अल्ट्रा नेशनलिस्ट ओत्ज़मा यहूदी पार्टी, जिसे यहूदी पावर पार्टी के नाम से भी जाना जाता है, सरकार छोड़ देगी. उन्होंने बयान दिया,"अगर इस गैरजिम्मेदाराना समझौते को मंजूरी दे दी गई और लागू कर दिया गया तो यहूदी पावर पार्टी सरकार का हिस्सा नहीं रहेगी और उसे छोड़ देगी."
इसके साथ ही बेन ग्विर ने कहा कि गाजा के लोगों को फ्यूल, बिजली और पानी बिलकुल नहीं मिलना चाहिए. इन सभी चीजों को गाजा में पहुंचने से रोक देना चाहिए, ताकि हमास पर प्रेशर बने और वह बंधकों को छोड़ सकें. उन्होंने कहा, "तभी हमास इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डाले बिना हमारे बंधकों को रिहा करेगा."
बेन ग्विर के साथ फाइनेंस मिनिस्टर Bezalel Smotrich ने भी इस सीजफायर का विरोध किया है. उन्होंने इस विरोध के सुरों को बेन ग्विर की रिक्वेस्ट के बाद ऊंचा किया था और बयान दिया था कि वह इसके खिलाफ हैं. अब बेन ग्विर ने उनसे कहा है कि अगर नेतन्याहू सीजफायर करते हैं तो वह भी उनके कैबिनेट को छोड़ दें.
हालांकि, इजरायली मीडिया के मुताबिक, विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री को तब तक समर्थन देने का वादा किया है जब तक युद्धविराम समझौता आगे बढ़ता रहेगा. युद्ध विराम समझौते के खिलाफ अपने कड़े शब्दों के बावजूद, बेन-ग्वीर ने संवाददाताओं से कहा कि उनका नेतन्याहू की सरकार को "उखाड़ने" का इरादा नहीं है और यदि युद्ध विराम विफल हो जाता है तो वे वापस लौटने पर विचार करेंगे.
बता दें, इस जंग की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी. तब से अब तक गाजा में 46,788 लोगों की जान जा चुकी है. हर रोज इजराइल हमले कर रहा है. इतवार को सीजफायर होना है. संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र और कतर ने युद्ध विराम समझौते की मध्यस्थता की तथा पहला चरण छह सप्ताह तक चलेगा.