Hamas: इजराइल में जैसे हालात बने हुए हैं, उससे हर कोई वाकिफ है. इजराइल हमेशा से इल्जाम लगाता आया है कि हमास गाजा के लोगों को लिए जाने वाले सामान को लूटता है. हालांकि इन लूट के पीछे अबू शबाब ग्रुप का हाथ दावा बताया जा रहा है, और कहा जा रहा है कि इजराइल इसका समर्थन करता है.
अबू शबाब ग्रुप ने मई की शुरुआत में खुद को एक "राष्ट्रवादी संगठन" बताया था. उनका कहना है कि वे खाने-पीने की चीज़ों और दवाइयों की सुरक्षा कर रहे हैं. ये सप्लाई अमेरिका के समर्थन वाले प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर "गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन" (GHF) के ज़रिए दी जा रही है, जो अब UN की मदद प्रणाली को हटाकर उसकी जगह ले रहा है.
हालांकि GHF ने साफ कहा है कि उनका अबू शबाब से कोई रिश्ता नहीं है. GHF ने कहा, "हमारे पास स्थानीय फिलिस्तीनी वर्कर हैं, जिन पर हमें गर्व है, लेकिन वे न तो हथियारबंद हैं और न ही अबू शबाब से जुड़े हैं." सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियो सामने आईं जिसमें हथियारबंद लोग खाने को लूटते दिख रहे हैं.
अबू शबाब पहले तस्करी में शामिल था. वह मिस्र और इजराइल से सिगरेट और ड्रग्स गाजा में लाता था. उसे पहले हमास ने गिरफ्तार किया था, लेकिन अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होते ही जेल से रिहा कर दिया गया. ग्रुप ने कहा कि उस पर कभी आधिकारिक आरोप नहीं लगा. उनका यह भी कहना है कि अगर उनके लड़ाकों ने खाने-पीने की चीज़ें लीं भी, तो सिर्फ ज़रूरत भर ही लीं.
GHF के ट्रकों और ड्राइवरों पर अबू शबाब के लड़ाकों के जरिए हमला किया गया. ट्रकों के मालिक नाहेद शहेइबर के अनुसार, ग्रुप ने गाजा के राफा और खान यूनुस क्षेत्रों में इजराइल-नियंत्रित हिस्सों में कई ट्रकों को लूटा. उन्होंने कहा कि इन हमलों के समय इजरायली सैनिक पास ही थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.
आरोप लगे हैं कि इजराइली सैनिक इन्हें ऐसा करने की पूरी छूठ देते हैं, जब हमास के लोग इन्हें रोकने की कोशिश करते हैं तो उन पर इजराइली सैनिक हमला कर देते हैं. एक ड्राइवर इस्साम अबू आउदा ने बताया कि जुलाई में अबू शबाब के लड़ाकों ने उसका ट्रक रोका, उसे और उसके असिस्टेंट को बांध दिया और ट्रक का सामान लूट लिया. आसपास मौजूद इजरायली सैनिकों ने कोई मदद नहीं की.
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसी OCHA के जोनाथन विटल ने कहा कि जो लोग ट्रकों को लूट रहे हैं, उन्हें इजरायली सेना की सुरक्षा मिली हुई है. अब ये वही लोग GHF की मदद प्रणाली की सुरक्षा कर रहे हैं. इजरायली सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं दी, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन आरोपों को "झूठी खबर" कहा और कहा कि इजराइल ने किसी लूट को इजाज़त नहीं दी है.