Gaza Crisis: गाजा में हालात बदतर होते जा रहे हैं. इजराइल ने फिर से नरसंहार करने के संकेत दिए हैं और फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़ने का आदेश भी दिया है. इसी सिलसिले में इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने दक्षिणी गाजा के राफा शहर के निवासियों से इलाका खाली करने को कहा है. इसके बाद सोमवार को बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी वहां से भागने लगे. इजरायल का कहना है कि वह हमास के खात्मे के लिए ऑपरेशन चलाने जा रहा है.
इजरायल रक्षा बलों के अरबी भाषा के प्रवक्ता कर्नल अविचाय एड्राई ने सोशल मीडिया पर लिखा, "आईडीएफ इन क्षेत्रों में हमास को खत्म करने के लिए पूरी ताकत से लौट रहा है." इसके साथ ही सेना ने कहा कि आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए उन्हें फौरन अल मवासी क्षेत्र में शरण लेनी चाहिए. इस ऐलान के बाद राफा में दहशत का माहौल है. हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तरफ जाने लगे हैं. अल मवासी एक तटीय इलाका है, जहां पहले भी विस्थापित फिलिस्तीनियों को अस्थायी रूप से रखा गया था.
गाजा पर जुल्म कर रहा है इजरायल
वहीं, संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य देशों ने इजरायल से राफा में सैन्य अभियान न चलाने की अपील की है, क्योंकि वहां पहले से ही लाखों बेघर लोग रह रहे हैं लेकिन इजरायल सरकार ने साफ किया है कि वे आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. राफा के लोग अभी असमंजस में हैं कि वे कहां जाएं. इजरायल का कहना है कि वे आतंकवाद के खात्मे के लिए यह कार्रवाई कर रहे हैं, जबकि फिलिस्तीनी इसे अपने खिलाफ जुल्म बता रहे हैं. आने वाले दिनों में गाजा में हालात और खराब हो सकते हैं.
गाजा में भारी तबाही
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में कम से कम 1,180 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर सैनिक शामिल और 250 इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमले करने लगा और यह सिलसिला अभी भी जारी है. इस जंग में कम से कम 50 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. जबकि 1 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.