Israel Palestine War News: इजराइली सेना लगातार गाजा पर क्रूर हमले कर रही है, जिसमें 51 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. यहूदी सेना के हमलों में दुनिया तक कई बेगुनाह पत्रकारों की जान चुकी है. फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) ने गाजा और अवैध कब्जे वाले वेस्ट बैंक (Occupied West Bank) में पत्रकारों पर इजराइली सेना के लगातार हमलों के बीच उनके सुरक्षा की मांग की है.
अरब मीडिया दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक बयान में PLO इजराइली हमलों की कड़ी निंदा की. फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन ने बयान जारी कर पत्रकारों के साथ हो रहे अपराधों के लिए इजराइल ठहराया है. PLO ने आगे कहा, "पत्रकारों पर हमले फिलिस्तीन की आवाज को दबाने और उसके नैरेटिव को खत्म करने की सुनियोजित साजिश हैं."
फिलिस्तीनी अथॉरिटी की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से गाजा पट्टी में इजराइली सेना लगातार हमले कर रही है, इन हमलों में अब तक 211 फिलिस्तीनी पत्रकारों की मौत हो चुकी है. फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन ने कहा कि इस साल अरब मीडिया दिवस ऐसे मौके पर आया है, जब फिलिस्तीनी लोग अपने इतिहास के सबसे खतरनाक दौर से गुजर रहे हैं. पिछले 18 महीनों से फिलिस्तीनी लोग इजरायल की क्रूर और संगठित हिंसा का शिकार हो रहे हैं.
PLO ने बताया कि फिलिस्तीनी पत्रकारों को इजराइली सेना अपने युद्धक विमानों और मिसाइलों के जरिये सीधा निशाना बना रही है, जो मानवीय कानूनों का खुला उल्लंघन है. संगठन ने कहा, "यह अपराध दुनिया की चुप्पी और अंतरराष्ट्रीय नियमों, खासकर 1949 के चौथे जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन करते हुए हो रहे हैं, जो युद्ध के दौरान पत्रकारों के साथ आम नागरिकों की सुरक्षा की बात करता है."
बता दें,7 अक्टूबर 2023 से गाजा में इजरायली हमलों में 51 हजार 200 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इसी तरह 1 लाख 16 हजार 869 लोग घायर है, जबकि 11 हजार से ज्यादा लोग लापता है. यही वजह है कि नवंबर 2024 में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ गाजा में युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. इसके साथ इजराइल पर गाजा में युद्ध के लिए ICJ में नरसंहार का मुकदमा भी चल रहा है.