Spain on Gaza Crisis: इजरायल गाजा में नरसंहार कर रहा है. दुनिया भर के नेता गाजा में सीजफायर की मांग कर रहे हैं लेकिन इजरायल ने गाजा पर कब्ज़ा करने की पूरी योजना बना ली है और सभी देशों की अपील को नज़रअंदाज़ करते हुए इजराइल गाजा पट्टी के अस्पतालों, रिफ्यूजी कैंपों और स्कूलों पर भारी बमबारी कर रहा है. इस बमबारी में हर रोज सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. इनमें ज़्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं. इस बीच स्पेन में गाजा में शांति और दो-राष्ट्र समाधान के मुद्दे पर एक बैठक होने जा रही है. यानी गाजा संकट को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए द्वि-राष्ट्र समाधान (Two State Solution) पर बात होगी.
यह बैठक आज यानी 25 मई को स्पेन में होगी. इस बैठक में कई अरब और यूरोपीय देशों के विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे. स्पेन में होने वाली बैठक में अरब देशों का सबसे ताकतवर देश सऊदी अरब, मिस्र और तुर्की भी शामिल होने जा रहा है. इसके अलावा कई देश शामिल होंगे.
इजरायल के खिलाफ क्यों है स्पेन
स्पेन ने इस बैठक को गाजा में "मानवीय तबाही" को समाप्त करने के लिए बातचीत को प्रोत्साहित करने का प्रयास बताया है. सम्मेलन का उद्देश्य इस क्षेत्र में सीजफायर लाने में मदद करना है, जिसमें मानवीय सहायता को गाजा तक पहुंचाना और इजरायली बंधकों की वापसी शामिल है. स्पेन लंबे समय से इजरायल का कट्टर आलोचक रहा है.
नेतन्याहू को इस बात का है खौफ
इस बैठक से इजरायली पीएम ने रातों की नींद उड़ गई है. नेतन्याहू घबरा गए हैं और उन्हें डर है कि मुस्लिम देशों और दुनिया भर के देशों का सब्र का बांध अब टूट रहा है. उन्हें इस बात का भी डर है कि पश्चिमी देशों के ताकतवर देशों ने इजरायल का साथ छोड़ दिया है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी नेतन्याहू से खफा हो गए हैं. मिडिल ईस्ट में अब हालात अलग हैं. ईरान इजरायल पर हमलावर है. अगर ईरान को सऊदी अरब, मिस्र, तुर्की का समर्थन मिलता है तो संभव है कि ईरान इजरायल पर हमला कर दे और ईरान हमला करेगा तो इजरायल का भारी नुकसान हो सकता है.