Gaza News: गाजा को खंडहर में तब्दील करने के बाद अमेरिका और इजरायल ने फिलिस्तीनियों को गाजा से भगाने की योजना तैयार कर ली है. इस बीच नेतन्याहू ट्रंप के आदेशों का बखूबी पालन कर रहे हैं और एक बार फिर गाजा पर बम बरसा रहे हैं, जिसमें मासूम फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं. इस बीच बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के लड़ाके के लिए नई शर्तें रखी हैं. उन्होंने कहा है कि अगर हमास अपने हथियार डाल देता है, तो उसके नेताओं को गाजा छोड़ने की इजाजत दी जाएगी. नेतन्याहू ने यह भी कहा कि हमास में अंदरूनी मतभेद बढ़ रहे हैं और इजरायल का सैन्य दबाव काम कर रहा है.
हमास के सामने शर्तें
नेतन्याहू ने कहा, "हम आखिरी फेज पर चर्चा के लिए तैयार हैं. अगर हमास हथियार डाल देता है और उसके नेता गाजा छोड़ देते हैं, तो हम गाजा में स्थायी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे." इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल "स्वैच्छिक आव्रजन योजना" को लागू करने की तैयारी में है, जो अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की योजना का हिस्सा है.
नए युद्ध विराम प्रस्ताव पर चर्चा
इस बीच, हमास ने मिस्र के नए प्रस्ताव पर सहमति दी है, जिसमें अमेरिकी-इजरायली नागरिक एडन अलेक्जेंडर समेत 5 बंधकों की रिहाई के बदले सीजफायर की बात कही गई है. हमास का कहना है कि उसे पहले किए गए युद्ध विराम समझौते की शर्तों पर लौटना है, ताकि गाजा में मानवीय सहायता पहुंच सके और भविष्य के सीजफायर पर बातचीत हो सके.
इजरायल ने भी मिस्र के प्रस्ताव का जवाब देते हुए एक नया प्रस्ताव दिया है. पीएम कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, "नेतन्याहू ने अमेरिका के साथ मिलकर मध्यस्थों को इजरायल की नई शर्तें भेजी हैं."
गाजा में बिगड़ती स्थिति
इस महीने की शुरुआत में, इजरायल ने गाजा पर हमले तेज कर दिए थे और वहां जाने वाली मानवीय सहायता को भी पूरी तरह रोक दिया था. इससे गाजा में गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है. इजरायल का कहना है कि जब तक हमास के पास मौजूद 24 बंधकों को मुक्त नहीं कर दिया जाता, तब तक उसके सैनिक गाजा में मौजूद रहेंगे.
अब तक का नुकसान
गौरतलब है कि हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें कम से कम 1200 इजरायली नागरिक मारे गए थे, जिसके बाद इजरायल ने हमास पर जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला किया था. इस हमले में अब तक 50,277 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 114,095 लोग घायल हुए हैं.