Turkey on Israel: इजरायल ने गाजा में सभी मानवीय सहायता पर रोक लगा दी है, जिससे पाक महीने में भी गाजा के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग बिना सेहरी किए रोजा रखने पर मजबूर है और उन्हें प्रयाप्त मात्रा में भी भोजन नहीं मिल रहा है.
इजरायल के इस पाबंदी से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित है. बच्चों को दिन में सिर्फ एक बार ही भोजन मिल रहा है. इजरायल के इस फैसले की चारों तरफ आलोनचा हो रही है. इसी कड़ी में तुर्की ने भी गाजा में मानवीय सहायता रोके जाने पर इजरायल की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन और चल रहे युद्धविराम प्रयासों के लिए खतरा बताया है.
तुर्की ने इजरायल के फैसले की निंदा की
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में इस कदम की निंदा करते हुए इसे फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ सामूहिक दंड का एक जानबूझकर किया गया कृत्य और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन बताया. तुर्की ने यह भी चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाइयां गाजा में स्थायी युद्धविराम हासिल करने के उद्देश्य से किए जा रहे राजनयिक प्रयासों को खतरे में डाल सकती हैं
तुर्की ने क्या कहा?
मंत्रालय ने कहा, "यह निर्णय शांति की संभावनाओं को कमजोर करता है और निर्दोष नागरिकों की पीड़ा को बढ़ाता है." तुर्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया. बयान में कहा गया, "यह जरूरी है कि इजरायल अपने दायित्वों को पूरा करे और जरूरतमंद लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचने दे."
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि इजरायल ने रविवार सुबह से ही गाजा पट्टी में मानवीय सहायता रोक दी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह कदम हमास पर युद्ध विराम समझौते के पहले चरण को आगे बढ़ाने के नए प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए दबाव डालने के लिए उठाया गया है. नियर ईस्ट में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी ने इजरायल के इस कदम के बाद गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है.