Rajasthan News: राजस्थान के शाहपुर जिले में सोमवार यानी कि 19 मई को एक आम मुस्लिम समाज ने उर्स के साथ निकाह सम्मेलन का आयोजन किया था. इस सम्मेलन में 21 जोड़ो ने निकाब किया है. इस बड़े प्रोग्राम को कामयाब बनाने के लिए पिपली वाले बाबा दरगाह कमेटी की तरफ से सारे इंतजाम किए गए थे.
राजस्थान के हजरत सैय्यद हज़रत सैय्यद शाह मोहम्मद हुसैन बाबा के उर्स में 21 जोडों का निकाह हुआ है. इस निकाह में दूल्हा और दूल्हन की तरफ से एक रुपय भी नहीं लिए गए है. 21 जोड़ो का निकाह नि:शुल्क करवाया गया है. इस पूरे प्रोग्राम के सारे इंतजाम पिपली वाले बाबा दरगाह कमेटी की तरफ से किए गए थे. कमेटी के मैंबर मौलाना सिराज अहमद ने बताया कि हर साल 19 मई को हज़रत सैय्यद शाह मोहम्मद हुसैन रहमतुल्लाह आलेही का उर्स मनाया जाता है, जिसमे एक दिवसीय जश्न फैजाने ओलिया का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.
21 मुस्लिम जोड़ो का निःशुक्ल निकाह
इस प्रोग्राम में चीफ गेस्ट वक्ता मुम्बई के हज़रत अल्लामा मौलाना शाकिर नूरी, जयपुर से नातख़्वा इमरान रज़ा बरकाती और अजमेर से मौलाना मोइनुद्दीन रिज़वी शामिल हुए थे. कमेटी के सदर हाजी सद्दीक पठान ने बताया है कि उर्स के मौके पर 21 मुस्लिम जोड़ो की निःशुक्ल शादी भी करवाई गई है. यह सम्मेलन उन परिवारों के लिए खासतौर पर था, जो इस महंगाई में अपने बच्चों की शादी करने मे असकक्षम है.
अजमेर दरगाह पर चढ़ाई चादर
नई जिंदगी की शुरुआत को लेकर दूल्हा-दूल्हन के साथ उनके माता-पिता के चेहरे से खुशी और सुकून जाहिर हो रहा था. कमेटी के सचिव आमीन मोहम्मद, खजांची हाजी रमज़ान रंगरेज,लाल मोहम्मद समेत कमेटी के सभी मैंबर ने अहम रोल अदा किया है. इस सम्मेलन में बारात में आए लोगों के अलावा शाहपुरा और उसके आसपास के गांव के लोग भी शामिल हुए थे. उर्स और शादी सम्मेलन के मौके पर अजमेर शरीफ की दरगाह पर कमेटी के तरफ से चादर भी चढ़ाई गई और साथ ही कमेटी के लोगों पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया है.
इसके बाद अजमेर दरगाह के खादिम हाजी दरवेश सैय्यद सलीम चिश्ती ने दूल्हा दुल्हन और मुल्क की सलामती और खुशहाली की दुआ भी की है.