Waqf Bill Amendment: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाली पार्टियों पर जुबानी हमला किया है. उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि वक्फ बिल का विरोध करने वाले मुसलमान नहीं हैं. गरीब मुस्लिमों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीदें हैं.
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने सरकार के बक्फ संशोधन बिल को सपोर्ट किया है. शम्स का मानना है कि विपक्ष के पास 70 साल थे और उन्होंने सिर्फ वक्फ को लूटा है. इस बिल के पास होने से मुसलमानों को ही फायदा होगा. इसलिए उन्होंने इस संशोधन बिल का नाम उम्मीद रखा है.
70 साल बनाम मोदी कार्यकाल
दरअसल मंगलवार को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने मीडिया से बातचीट में कहा, "गरीब मुस्लिमों को पीएम मोदी से उम्मीदें हैं, और इसलिए हमने इस संशोधन बिल को 'उम्मीद' नाम दिया है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू आशा की किरण हैं. पीएम मोदी की सरकार ने फैसला किया है कि वे गरीब मुस्लिमों को मुख्यधारा में लाएंगे. यह '70 साल बनाम मोदी कार्यकाल' है." आगे विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष के पास 70 साल थे, उन्होंने जो करना था किया और वक्फ को लूटा है.
मोदी सरकार मुस्लिमों को उनका हक देंगे
शम्स ने कहा, "उन्होंने वक्फ को लूटा. उन्होंने गरीबों के हक लूटे. वे मुस्लिमों को डरा रहे हैं कि मस्जिदें छीन ली जाएंगी. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वे मुसलमान नहीं हैं. वे कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और जनता दल के राजनीतिक मुस्लिम हैं. उनके पीछे एनजीओ और समितियां हैं, जैसे जमीयत उलेमा-ए-हिंद और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जो पिछले दरवाजे से राज्यसभा जाना चाहते हैं. ये सभी वक्फ के लाभार्थी हैं. वे डरे हुए हैं कि उनसे यह छिन जाएगा. वे डरे हुए हैं क्योंकि यह अमीरों से छीना जा रहा है. हमें पूरा यकीन है कि पीएम मोदी वक्फ संशोधन बिल पारित करेंगे और गरीब मुस्लिमों को उनका हक देंगे."
8 घंटे की चर्चा
आज संसद में 12 बजे वक्फ संशोधन बिल पेश किया जाएगा, जिसपर 8 घंटे की लम्बी चर्चा होगी. सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपने सांसदों को सदन में मौजूद रहने और चर्चा में हिस्सा लेने के व्हिप जारी किय है.