Maharashtra News Today: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान की सीमा पर तनाव बढ़ गया है. इससे पहले कल जुमे की नमाज के बाद देशभर में मु्स्लिम समुदाय के लोगों ने इस हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया और घटने की कड़ी निंदा की गई. घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के एक बयान ने फिर से विवाद पैदा कर दिया है.
अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले नितेश राणे ने हिंदुओं से अपील की कि वह किसी भी दुकान से सामान खरीदने से पहले दुकानदार का धर्म पूछें और अगर शक हो तो हनुमान चालीसा पढ़वाएं. मंत्री नितेश राणे के इस बयान के बाद महाराष्ट्र समेत पूरे देश में सियासी पारा हाई हो गया है.
नितेश राणा का यह विवादित बयान ऐसे समय में आया है, जब हालिया दिनों पहलगाम आतंकी हमले में एक जवान समेत 28 लोगों की मौत हो गई. बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति सरकार में मंत्री नितेश राणे के विवादित बयान पर पूर्व विधायक और एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मंत्री नितेश राणे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उन्हें जेल में डालने की मांग की है. वारिस पठान ने कहा कि सबसे पहले तो मैं ऐसे लोगों के बयान पर टिप्पणी करना भी पसंद नहीं करता हूं, यह लोग सिर्फ मीडिया में जिंदा रहने के लिए इस तरह के बयान देते हैं.
जम्मू कश्मीर की हालिया आतंकी घटना का जिक्र करते हुए वारिस पठान ने कहा, "पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों को मारा, उसके पीछे आतंकियों की एक मंशा थी." उन्होंने आगे कहा, "आतंकवादियों की मंशा थी कि हिंदुस्तान के हिंदू और मुसलमान आपस में लड़े और नितेश राणे का यह बयान आतंकवादियों के मंसूबों को कामयाब बना रहा है."
नितेश राणे पर कटाक्ष करते हुए वारिस पठान ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी घटना की पूरे भारत के लोगों ने खुले तौर पर निंदा की है. उन्होंने कहा कि मैं देवेंद्र फडणवीस सरकार से पूछना चाहता हूं कि वे अपने मंत्री (नितेश राणे) के बकवास को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं, जो खुले तौर पर आर्थिक बहिष्कार की बात कर रहे हैं.
महाराष्ट्र सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए पूर्व विधायक वारिस पठान ने कहा, "मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक्शन क्यों नहीं ले रहे हैं, इस मंत्री (नितेश राणे) पर रोक लगनी चाहिए और सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए." उन्होंने कहा, "ऑल पार्टियों की मीटिंग में तय हुआ था, आज देश को एकता और आपसी भाईचारे की जरुरत है. हालांकि इसके उलट फडणवीस सरकार के मंत्री राणे महाराष्ट्र और देश का माहौल खराब करना चाहता हैं, ऐसे में जब तक इन्हें जेल में नहीं डाला जाएगा, वे माहौल खराब करते रहेंगे."
पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए वारिस पठान ने कहा कि आतंकियों ने कलमा पढ़ने को मजबूर किया और अब यह लोग हनुमान चालीसा पढ़ने का दबाव बना रहे हैं. इस तरह के बयानों से देश का माहौल खराब हो रहा है, ऐसे में इनको जेल में डाल देना चाहिए तभी इंसाफ होगा.
संशोधित वक्फ कानून को लेकर भी पूर्व विधायक और एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वक्फ कानून के खिलाफ विरोध जारी है और मामला सुप्रीम कोर्ट में भी विचारधीन है. अब देखते हैं कि कोर्ट क्या फैसला देता है.