Ajmer Sharif Dargah News: राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर आगामी 27 जून से शुरू होने वाले इस्लामी नए साल मोहर्रम और मिनी उर्स की तैयारियां जोरशोर से चल रही है. इससे पहले दरगाह कमेटी के नाजिम मोहम्मद बिलाल खान ने एक अहम बैठक की. इस बैठक में 7 जुलाई तक चलने वाले अलग-अलग धार्मिक आयोजनों के लिए दरगाह शरीफ और जायरीनों के ठहरने की जगहों पर जरूरी व्यवस्थाएं और प्रबंधन को लेकर खास दिशा-निर्देश दिए गए.
दरगाह नाजिम बिलाल खान ने बताया कि इस बार मिनी उर्स के दौरान मानसून सक्रिय रहने की उम्मीद है, ऐसे में जायरीनों (श्रद्धालुओं) को सभी सुविधाएं मुहैया कराना एक चुनौती भरा काम होगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि दरगाह ख्वाजा साहब प्रशासन की पूरी कोशिश रहेगी कि जायरीनों को हर संभव सुविधा मिल सके. बैठक में सहायक नाजिम डॉ आदिल, फज्ले मतीन, सलीम मोहम्मद, खुर्शीद अहमद सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
नाजिम बिलाल खान ने एक खास जानकारी देते हुए बताया कि 26 जून को चांद दिखने की स्थिति में 30 जून से 3 जुलाई तक मुख्य आस्ताना शरीफ के पास स्थित हजरत बाबा फरीद उद्दीन गंजशकर मसूद रहमतुल्लाह अलैहि का चिल्ला शरीफ आम अकीदतमंदों के जियारत के लिए खोला जाएगा. यह चिल्ला शरीफ साल में सिर्फ एक बार ही दर्शन के लिए खोला जाता है. मानसून को ध्यान में रखते हुए चिल्ला शरीफ के पास वाटरप्रूफ टेंट (शामियानों) का भी इंतजाम किया जाएगा, ताकि जायरीनों को परेशानी न हो.
मोहर्रम का चांद दिखाई देते ही दरगाह शरीफ के अहाता-ए-नूर, जामा मस्जिद (शाहजहानी मस्जिद), छतरी गेट, लंगरखाना और हताई जैसी जगहों पर मरसिये, बयान-ए-शहादत और सलातो-सलाम का दौर शुरू हो जाएगा. अंजुमन सैय्यद जादगान, दरगाह अजमेर के मोहर्रम कन्वीनर सैय्यद अब्दुल हक चिश्ती ने इसकी पुष्टि की.
दरगाह नाजिम बिलाल खान ने यह भी बताया कि उर्स को कामयाब बनाने के लिए दरगाह शरीफ और इससे जुड़े सभी पक्षों जैसे कि व्यवस्थापन और सहयोग में शामिल लोगों के साथ जल्द ही एक और बातचीत की जाएगी. इसका मकसद सभी के सुझावों को शामिल करते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से पूरा करना है.