Amroha: उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले अजमल अली को एटीएस ने गिरफ्तार किया था. अब उन्हें कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस की रिमांड पर भेज दिया है. ये रिमांड 9 अगस्त सुबह 11 बजे से लेकर 15 अगस्त तक प्रभावी रहेगी. आरोप है कि अजमल पाकिस्तानियों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़ा हुआ था. वह प्लान बना रहा था कि हिंदुस्तान में गज़वा ए हिंद कर शरिया कानून लागू हो जाए. इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप पर प्लानिंग हुआ करती थी.
अजमल रिवाइविंग इस्लाम के नाम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा हुआ था और अपने युनाइटेड किंगडम के मोबाइल फोन से इसे चलाता था. इस मामले में एटीएस की तरफ से रिमांड की अर्जी दाखिल की गई थी. एजेंसी की जांच में कई बातें सामने निकल कर आई थीं. दरअसल एटीएस को इस बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने आरोपी अजमल को बुलाकर पूछताछ की, तो पता लगा कि वह इन लोगों के साथ मिलकर देश के खिलाफ कई तरह की एक्टिविटीज में शामिल है.
- इस व्हाट्सएप ग्रुप के पांच एडमिन हैं.
- इन लोगों में से तीन एडमिन पाकिस्तान के रहने वाले लोग हैं.
- व्हाइट्स एप ग्रुप का नाम रिवाइविंग इस्लाम है.
- आरोपी ने एटीएस के सामने कबूल किया कि वह कई और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इन पाकिस्तानियों के साथ जुड़ा है.
- वह भारत में मुख्य साजिशकर्ता डॉ. उसामा माज शेख के संपर्क में है.
- इस व्हाट्सएप ग्रुप का मकसद हिंदुस्तान में शरिया कानून लागू करने के लिए प्लानिंग करना है.
- इस व्हाट्सएप ग्रुप में 400 से ज्यादा पाकिस्तानी नंबर जुड़े हैं.
- इस ग्रुप में जुड़े कुछ लोगों के साथ इंस्टाग्राम पर भी अजमल जुड़ा हुआ है
अब आरोपी अजमल एटीएस की रिमांड में है और आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.