Dhubri News Today: असम के धुबरी जिले से एक दुखद और भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां फकीरगंज इलाके की करीब 100 साल पुरानी ऐतिहासिक मस्जिद कटाव की वजह से ब्रह्मपुत्र नदी में समा गई. मस्जिद के डूबने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस दौरान लोग मस्जिद के सामने खुले आसमान के नीचे नमाज पढ़ते नजर आ रहे हैं और पीछे मस्जिद नदी में समा रही है.
यह ऐतिहासिक मस्जिद असम के धुबरी जिले के वहाब बाजार में मौजूद है. बारिश के महीने में बाढ़ और नदी कटाव के चलते मस्जिद नदी में समा गई. यह मस्जिद न सिर्फ धार्मिक स्थल थी बल्कि एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी थी. यहां भारत ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक और जायरीन इस मस्जिद को देखने आया करते थे. स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह मस्जिद इलाके की पहचान और सांस्कृतिक धरोहर थी, लेकिन प्रशासन की अनदेखी की वजह से यह ऐतिहासिक धरोहर आज मिट चुकी है.
स्थानीय लोगों ने सरकार पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि बारिश के महीने में नदी में हर साल से तेजी से कटाव होता है, जिसकी वजह से नदी का बड़ा हिस्सा नदी में समा जाता है. इसी कटान की वजह से असम की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक नदी में समा गई. उन्होंने कहा कि समय रहते अगर नदी किनारे मजबूत बांध और सुरक्षा इंतजाम किए गए होते तो इस मस्जिद को बचाया जा सकता था, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.
लोगों का आरोप है कि हिमंता बिस्वा सरमा सरकार मुस्लिम धार्मिक स्थलों और मदरसों के संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देती बल्कि इन्हें नजरअंदाज करती है. मीडिया में छपी रिपोर्ट और समुदाय विशेष से जगहों को लगातार हिमंता बिस्वा सरमा सरकार निशाना बना रही है. ब्रह्मपुत्र में कटान की वजह से नदी के बहने की घटना पर स्थानी प्रशासन की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
बारिश के मौसम में असम में बाढ़ और भूमि कटाव एक बड़ी समस्या है. हर साल सैकड़ों घर, खेत और अब ऐतिहासिक इमारतें भी इसकी चपेट में आ रही हैं. इस घटना ने एक बार फिर सरकार की बाढ़ प्रबंधन नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल धुबरी के फकीरगंज इलाके के लोग इस नुकसान को लेकर दुखी और नाराज हैं. लोगों ने सरकार से उचित कार्रवाई और पुनर्निर्माण की मांग की है.