Assam Waqf Protest: असम के कछार जिले में शुक्रवार वक्फ अमेंडमेंट बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट के दौरान भारी हंगामा हुआ है. प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया.
घटना के बाद, कछार जिला प्रशासन ने किसी अनहोनी को रोकने के लिए कड़ी सिक्योरिटी टाइट की है और लोगों के इकट्ठा होने और कोई भी प्रोग्राम करने पर रोक लगा दी है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यह आदेश जिला मजिस्ट्रेट मृदुल यादव के जरिए किया गया है और इसमें पांच या अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है.
यह विरोध प्रदर्शन रविवार को सिलचर शहर के जिला मुख्यालय के पास बेरेंगा से शुरू हुआ था और इसमें सैकड़ों स्थानीय लोग शामिल हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक एसपी ने कहा, "बेरेंगा इलाके से बिना किसी इजाजत के विरोध प्रदर्शन किया गया था. पुलिस बल ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करना शुरू कर दिया. उन्हें तितर-बितर करते समय कुछ उत्तेजित लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. इसलिए, हमने लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया."
एसपी ने बताया कि इस दौरान उन्होंने पत्थरबाजी भी की थी. लेकिन, हालात पर काबू पा लिया गया है और मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस के साथ सीआरपीएफ के कमांडोज़ को भी डिप्लोय किया गया है. अब हालात कंट्रोल में हैं.
रविवार को ये घटनाएं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के जरिए रिपोर्टर्स को दिए गए एक बयान के बाद हुई हैं. जिसमें उन्होंने कहा था कि असम लगभग 40 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बावजूद शांतिपूर्ण बना हुआ है, जबकि त्रिपुरा और मणिपुर जैसे पड़ोसी राज्यों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं. उन्होंने रिपोर्टर्स को बताया था कि राज्य में केवल छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए हैं, जिनमें से किसी में भी 150 से अधिक लोग शामिल नहीं हुए हैं.