Bahraich Madarsa News: उत्तर प्रदेश सरकार मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को मॉडर्नाइज्ड करने के लिए सिलेबस में बदलाव करने का ऐलान किया है. इसके बाद अब प्रदेश के सभी मदरसों में दीनी तालीम के साथ-साथ साइंस, मैथ्स और दूसरे सब्जेक्ट भी पढ़ाए जाएंगे. योगी सरकार के जरिये मदरसों को लेकर दिए गए आदेश के बाद ऐसे शिक्षण संस्थान सुर्खियों में हैं.
प्रदेश सरकार के जरिये उठाए गए कदम के बीच बहराइच जिले के महसी तहसील का एक मदरसा सुर्खियों में हैं. विभागीय अधिकारियों के औचक जांच में इस मदरसे में शिक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी. यह देखकर अधिकारी काफी नाराज हुए और उन्होंने टीचर को कड़ी फटकार लगाई. इस पूरे घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
92 हजार की तनख्वाह, लेकिन बच्चों को हफ्ते के दिन भी न सिखा सके साब! बहराइच के इस मदरसे में तालीम नहीं, सिर्फ तनख्वाह का हिसाब चलता दिखा. वायरल वीडियो ने खोल दी असलियत की किताब.#upmadarsa #muslimnews #zeesalaamnews pic.twitter.com/pSgMMGEf5U
— Raihan Shahid (@RaihanShahid3) May 23, 2025
दरअसल, नेपाल बार्डर से सटे बहराइच जिले के महसी तहसील स्थित इस मदरसे में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा शिक्षा व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिए पूरे दल-बल के साथ औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने सातवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्रों से सात दिनों के नाम लिखने को कहा, लेकिन वह नाम नहीं लिख पाए.
संबंधित मदरसे के सातवीं क्लास के छात्रों की पढ़ाई में ऐसी दुर्दशा देखकर बहराइच जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा भड़क गए. उन्होंने टीचर को कड़ी फटकार लगाई. मौके पर जब उन्होंने सब्जेक्ट टीचर से इसकी वजह जाननी चाही, तो उन्होंने कहा कि सर आगे कोशिश करेंगे. इस पर उन्होंने क्लास टीचर की बच्चों के सामने ही क्लास लगा दी.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा ने सब्जेक्ट टीचर से पूछा कि आपकी कितनी तनख्वाह है. इस पर टीचर ने जवाब दिया कि उन्हें हर महीने 92 हजार रुपये मिलते हैं. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने कहा कि आपको 92 हजार रुपये हर महीने तनख्वाह मिल रहा है, इसके बावजूद सातवीं क्लास के बच्चे हफ्ते के सात दिनों के नाम नहीं लिख पा रहे हैं.
मौके पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने टीचर को लापरवाही बरतने के लिए कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने टीचर से ही पूछ लिया कि ऐसी लापरवाही बरतने पर क्या होना चाहिए. छात्रों की स्थिति और टीचर की सैलरी सुनकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दंग रह गए. इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है.
बता दें, बहराइच जिले में 301 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं. जिसमें 11 अनुदानित मदरसे हैं, जिनको सरकार की तरफ से फंड मिलता है, जबकि टीचर्स को तनख्वाह भी सरकार से मिलती है. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा ने इस वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले में क्लास टीचर को सख्त हिदायत दी गई है. सरकार ने हर महीने 15 मदरसों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं, इसी क्रम में महसी तहसील के इस मदरसे पर पहुंचे थे.
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