Balrampur News Today: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किए गए जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के घर प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. हालांकि, छांगुर बाबा के घर पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. इस पर मौलाना चांद मियां ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार की यह कार्रवाई तानाशाही और हठधर्मिता है.
मौलाना चांद मियां का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही बिना नोटिस बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाई हुई है, इसके बावजूद सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर छांगुर बाबा के घर को गिरा दिया. उन्होंने कहा, "मुस्लिम लड़कियों को हिंदू बनाना हो या हिंदू लड़कियों को मुस्लिम बनाना गलत है, लेकिन सही गलत का फैसला करने के लिए कानून है, पुलिस है और कोर्ट है."
चांद मियां के मुताबिक, अगर छांगुर बाबा दोषी पाया जाता है तो उसे सजा दी जाए, लेकिन इस तरह से घर पर बुलडोजर चलाना पूरी तरह गलत है." उन्होंने आगे कहा कि कानून और न्याय प्रक्रिया को ताक पर रखकर सरकार जो कर रही है, वह लोकतंत्र के खिलाफ है. मौलान ने कहा, "गुनाह किसी ने किया हो तो उसका फैसला अदालत करेगी, न कि सरकार अपने हिसाब से सजा दे."
बता दें, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा की अवैध कोठी पर प्रशासन ने मंगलवार को बुलडोजर से ढहा दिया. जांच में सामने आया कि छांगुर बाबा ने उतरौला क्षेत्र के मधपुर गांव में करीब 3 करोड़ की लागत से कथित तौर सरकारी जमीन पर अवैध कोठी बनवा रखी थी. प्रशासन का दावा है कि इसको लेकर पहले नोटिस और बेदखली आदेश जारी किया गया था.
मंगलवार सुबह प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर बुलडोजर से अवैध निर्माण ढहाना शुरू कर दिया. कार्रवाई के दौरान तीन बुलडोजर, भारी पुलिस बल और प्रशासन के सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. यह कोठी छांगुर बाबा की करीबी नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर बताई जा रही है. गौरतलब है कि छांगुर बाबा और नीतू को यूपी ATS ने शनिवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया था. उन पर अवैध धर्मांतरण रैकेट चलाने और भारी फंडिंग के आरोप हैं. दोनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज है.