trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02864410
Home >>Indian Muslim

'BJP सरकार ने मेवात में 32 बूचड़खानों को दिया NOC', मुस्लिम MLAs ने इसके खिलाफ खोला मोर्चा

हरियाणा के मेवात में लगातार बढ़ रहे बूचड़खानों की संख्या को लेकर अवाम की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. इसी मुद्दे को लेकर नूंह की अनाज मंडी में रविवार (2 अगस्त) को मेवात सरपंच एसोसिएशन की ओर से एक अहम बैठक बुलाई गई.

Advertisement
अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते मेवात के विधायक
अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते मेवात के विधायक
Raihan Shahid|Updated: Aug 02, 2025, 11:02 AM IST
Share

Mewat News Today: हरियाणा के मेवात में लगातार बढ़ रहे बूचड़खानों की संख्या को लेकर अवाम की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. इसी मुद्दे को लेकर नूंह की अनाज मंडी में रविवार (2 अगस्त) को मेवात सरपंच एसोसिएशन की ओर से एक अहम बैठक बुलाई गई. बैठक में तय किया गया कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर इस समस्या पर ठोस कार्रवाई की मांग की जाएगी.

इस बैठक में नूंह विधायक आफताब अहमद, फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खान, पुनहाना के विधायक मोहम्मद इलियास और हथीन से विधायक मोहम्मद इसराइल भी शामिल हुए. इसके अलावा सामाजिक संगठन, बुद्धिजीवी, बड़ी संख्या में नौजवानों के साथ अलग-अलग पार्टियों के नेता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे.

'दूषित हो रही है मेवात की आबोहवा'

इस मौके पर विधायक आफताब अहमद ने कहा कि "बूचड़खानों की वजह से मेवात की हवा और पानी दोनों खराब हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जिन बूचड़खानों की एनओसी रद्द कर दी गई है, उन्हें हरियाणा सरकार मेवात में लगवा रही है." उन्होंने कहा, "इससे लोगों को तरह-तरह की बीमारियां हो रही हैं और आम लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है."

इस मौके पर बैठक में विधायक आफताब अहमद ने कहा कि "मेवात में बढ़ते बूचड़खानों की संख्या परेशानी का सबब बन गए हैं." आफताब अहमद ने आगे कहा, "उन्होंने हमेशा इन बूचड़खानों के खिलाफ आवाज उठाई है. यूपी से इन बूचड़खानों की एनओसी को रद्द कर भगाया जा रहा है, लेकिन हरियाणा सरकार बूचड़खानों को एनओसी देकर मेवात में लगवाने का काम कर रही है." उन्होंने कहा, "आज मेवात की आबोहवा इन बूचड़खानों की वजह से खराब हो रही हैं."

'32 बूचड़खानों को मिली NOC'

विधायक आफताब अहमद ने कहा, "इन बूचड़खानों की वजह से मेवात में कई तरह की बीमारियां जन्म ले रही हैं. इससे मेवात में रहने वाले लोगों के लिए आने वाला समय ठीक नहीं है." उन्होंने कहा कि इन बूचड़खानों के खिलाफ वो हमेशा रहे हैं. ऐसे में आज जिस मुद्दे को लेकर बैठक हुई है, इसमें वह पूरी तरह से मेवात की अवाम के साथ हैं. कांग्रेस विधायक ने सैनी सरकार से मांग की कि किसी भी तरह के बूचड़ खाने को मेवात में लगाने के लिए एनओसी न दी जाए और यहां जो बूचड़खाने पहले से मौजूद हैं, उन्हें भी मेवात से बाहर शिफ्ट किया जाए.

बैठक में फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी और हरियाणा सरकार के पर्यावरण और वन विभाग के अतिरिक्त सचिव से मुलाकात कर लिखित में शिकायत दी है. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि मेवात में अब एक भी नया बूचड़खाना न खुले. विधायक मामन खान के मुताबिक, अब तक सरकार ने 32 बूचड़खानों को एनओसी दी है, लेकिन इनकी वजह से हर नागरिक परेशान है. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब मेवात में लोग यूनिवर्सिटी, ट्रॉमा सेंटर और औद्योगिक विकास की मांग कर रहे हैं, तो सरकार कत्लखाने क्यों दे रही है?

बीमारियों का बढ़ रहा खतरा

कांग्रेस विधायक मामन खान ने कहा कि मेवात में बूचड़खानों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वो सरकार से मांग करते हैं कि मेवात में खुले हुए बूचड़खानों को कही दूसरी जगह जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाए. मेवात में फैल रही कैंसर, टीबी, सांस दमा और चर्मरोग जैसी बीमारियों से निजात दिलाई जाए. उन्होंने कहा कि वो इस आंदोलन में मेवात की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं और आगे भी खड़े रहेंगे.

बैठक में विधायक मोहम्मद इलियास, इसराइल खान, सरपंच एसोसिएशन के प्रमुख हथौड़ी सरपंच और समाजसेवी रशीद एडवोकेट ने भी विरोध जताया और बूचड़खानों को हटाने की मांग की. आखिर में सभी नेताओं और संगठनों ने नायब तहसीलदार नरेंद्र भारद्वाज के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

ये भी पढ़ें: शाहरुख खान को मिला नेशनल फिल्म अवॉर्ड; फैंस बोले- 'जवान नहीं बल्कि इन फिल्मों...'

 

Read More
{}{}