Alwar News Today: हरियाणा के अलवर शहर के एनईबी क्षेत्र स्थित एक मदरसे को लेकर धार्मिक और राजनीतिक माहौल गरमा गया है. इसको लकेर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व विधायक बनवारीलाल सिंघल, विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. उनके इस ज्ञापन देने की मंशा पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
दरअसल, ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि मुस्लिम समुदाय के जरिये मदरसे की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जबकि उस जमीन पर यूआईटी (शहरी सुधार न्यास) का स्टे ऑर्डर है. पूर्व विधायक सिंघल ने कहा कि कानून का उल्लंघन कर अवैध निर्माण किया जा रहा है, जो प्रशासन की निष्क्रियता को दर्शाता है. उन्होंने प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की.
एक तरफ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत दूसरे बीजेपी शासित राज्यों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत दूसरे हिंदूवादी संगठ मुस्लिम धार्मिक स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों को लेकर विरोध कर रहे हैं. इतना ही नहीं कहीं जगह पर मुसलमानों को नव निर्मित धार्मिक स्थलों के खिलाफ बड़े स्तर पर बीजेपी नेताओं के साथ ये दल विरोध करते भी नजर आ रहे हैं, ऐसे में यहां मदरसे की जमीन पर कथित अवैध निर्माण के दावे के लेकर विरोध करना कई मायने में शंका पैदा करता है.
हालांकि, बीजेपी नेता बनवारीलाल सिंघल, वीएचपी और बजरंग दल के आरोपों का मेव पंचायत बोर्ड के संरक्षक और जिला मेव पंचायत के सदर शेर मोहम्मद ने मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों को सिरे से खारिज किया. शेर मोहम्मद ने कहा कि पूर्व विधायक समाज में धार्मिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
मेव पंचायत बोर्ड के संरक्षक और जिला मेव पंचायत के सदर शेर मोहम्मद ने साफ किया कि मदरसे की जमीन यूआईटी के जरिये नियमित रूप से आवंटित की गई है और उसका हर साल टैक्स भी जमा होता है. उन्होंने कहा कि मदरसे के कुछ गुम्बद जर्जर हो चुके थे, जिनकी मरम्मत का काम तीन महीने पहले शुरू हुआ था, लेकिन पुलिस के कहने पर काम रोक दिया गया था.
शेर मोहम्मद ने कहा कि अब तीन महीने बाद दोबारा इस मुद्दे को उठाना सिर्फ समाज में भ्रम और धार्मिक तनाव फैलाने की कोशिश है. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि अगर कहीं कोई अवैध निर्माण हुआ है तो जानकारी दी जाए, ताकि वे खुद उसे हटाने में सहयोग करें.
वीएचपी, बजरंग दल और बीजेपी नेताओं के आरोपों पर पलटवार करते हुए शेर मोहम्मद ने कहा कि मुस्लिम समाज शांति और भाईचारे में यकीन रखता है. उन्होंने नायब सिंह सैनी सरकार से मांग की कि मजहब के नाम पर समाज को गुमराह करने वालों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे ऐसा करने वालों को एक सबक मिले और सांप्रदायिक सौहार्द न बिगाड़ें.