Saharanpur News Today: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद एक बार फिर मुश्किल में हैं. सीबीआई की विशेष न्यायालय ने अवैध तरीके से सहारनपुर नगरपालिका (तत्कालीन म्युनिसिपल बोर्ड) के खाते से लाखों रुपये निकालने के मामले में इमरान मसूद के खिलाफ चौथी बार गैर-जमानती वारंट जारी किया है. इस मामले में उनके साथी ज़ुल्फिकार को पहले ही सरेंडर करना पड़ा है.
दरअसल, यह विवाद 2007 में शुरू हुआ था. जब इमरान मसूद सहारनपुर म्युनिसिपल बोर्ड के चेयरमैन थे. आरोप है कि उन्होंने जुल्फिकार की मदद लेकर बोर्ड के खाते से अवैध रूप से 40 लाख रुपये की रकम निकाली थी. इस मामले में तत्कालीन कार्यपालन अधिकारी यशवंत ने 6 नवंबर 2007 को दोनों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया था. इसके कुछ दिनों बाद मसूद पर मनी लांड्रिंग से जुड़ा एक और मामला दर्ज किया गया।
इस मामले में सीबीआई अब तक तीन बार गैर-जमानती वारंट जार कर चुकी है, लेकिन सांसद इमरान मसूद किसी वजह से कोर्ट में पेश नहीं हुए हैं. हालांकि, कांग्रेस सांसद के साथ और इस मामले में दूसरे जुल्फिकार ने सोमवार को सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. दूसरी तरफ इमरान मसूद इस सुनवाई में अनुपस्थित रहे इसके बाद कोर्ट ने इमरान मसूद के खिलाफ चौथी बार गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है.
सीबीआई कोर्ट ने इस दौरान उस पुलिसकर्मी वाले को भी तलब किया है, जो कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की ऑफिस में वारंट लेकर गया था. हालांकि, मौके पर इमरान मसूद नहीं मिले थे. लगातार अनुपस्थित रहने की वजह से अब इमरान मसूद की मुश्किलें बढ़ती जा रही है और उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया तेज हो गई है, साथ ही कांग्रेस सासंद पर गिरफ्तारी का खतरा भी मंडरा रहा है.
इमरान मसूद का शुमार कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होता है, वह अक्सर राष्ट्रीय स्तर पर संसद में जनहित की मुखर आवाज उठाते रहे हैं और माना जाने लगा था कि वे कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा बनकर उभरेंगे. अब मानसून सत्र के पहले ही उनके खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई ने सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गई. विपक्ष इसे सियासी साजिश बता रहा है.