Eid Ul Adha का त्यौहार आज पूरे मुल्क में मनाया जा रहा है. लेकिन, इस बीच कश्मीर की ईदगाह में ईद की नमाज नहीं पढ़ने दी गई है. ये इल्जाम मीरवाइज उमर फारूक के जरिए लगाया गया है. उन्होंने कहा है कि मुस्लमानों का नमाज पढ़ने के फंडामेंटल राइट को दबाया जा रहा है.
मीरवाइज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा,"ईद मुबारक! एक बार फिर, कश्मीर को दुखद वास्तविकता का सामना करना पड़ा: ईदगाह में ईद की नमाज़ नहीं पढ़ी गई और जामा मस्जिद को बंद कर दिया गया."
मीरवाइज ने कहा कि ये लगातार 7वें साल है जब ईद की नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी गई है. मुझे भी मेरे घर पर नज़रबंद कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम अक्सरियत वाले इलाके में, मुसलमानों को नमाज अदा करने के उनके बुनियादी हुकूक से महरूम किया जाता है. यहां तक कि दुनिया भर में मनाए जाने वाले उनके सबसे अह मज़हबी त्यौहार पर भी.
— Mirwaiz Umar Farooq (@MirwaizKashmir) June 7, 2025
उन्होंने कहा कि हम पर शासन करने वालों और लोगों के जरिए चुने गए लोगों के लिए यह कितनी शर्म की बात है जो हमारे अधिकारों को बार-बार कुचले जाने पर चुप रहना चुनते हैं. बता दें, आज देश भर में ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर कश्मीर में खास एहतियात बरती जा रही है. हाल ही में पहलगाम में हुए हमले ने इसे और सेंसिटिव बना दिया है.
जामा मस्जिद बंद करने और मीर वाइज को नजरबंद करने को लेकर सरकार या आर्मी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. मीरवाइज वे तस्वीरें शेयर करते हुए सरकार पर यह गंभीर इल्जाम लगाया है. इन तस्वीरों में मस्जिद को खाली दिखाया गया है और घर के बाहर फोर्स तैनात हुई दिख रही है.