Uttar Pradesh News Today: पाक रमजान के बाद अब लोगों की नजरें ईद की चांद पर टिकी हुई हैं. इससे पहले पूरे देश में ईद-उल-फितर की जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं. केरल और कश्मीर में कुछ जगहों पर आज इतवार (30 मार्च) को ईद की नमाज अदा की गई. कल सोमवार (31 मार्च) को होने वाली संभावित ईद को लेकर उत्तर प्रदेश के मस्जिदों और ईदगाहों में भी तैयारियां जारी हैं.
इस बीच लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ईद-उल-फितर की नमाज को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि "ईद-उल-फितर का चांद 30 मार्च को देखा जाएगा और अगर चांद दिखाई देता है, तो 31 मार्च को ईद मनाई जाएगी." फिलहाल ईद-उल-फितर की नमाज को लेकर संशय की स्थिति बनी है और चांद देखने के बाद ही तय होगा कि ईद-उल-फितर कब है.
लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने बताया कि ईद-उल-फितर की नमाज के संबंध में, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें हमने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे जल्द से जल्द ईदगाह और मस्जिद पहुंचें और सड़कों पर नमाज न पढ़ें और ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा करें. उन्होंने कहा, "ईद की नमाज के बाद अपने देश की सुरक्षा और स्थायी शांति और फिलिस्तीन में भी शांति की स्थापना के लिए दुआ करें."
बता दें, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हालिया दिनों जुमातुल विदा और ईद की नमाज सड़कों पर पढ़ने पाबंदी लगाई गई है. शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान फैली हिंसा के बाद चर्चा में आए संभल में भी ईद को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. संभल में प्रशासन ने ईद की नमाज छतों और सड़कों पर पढ़ने पर रोक लगाई है.
दूसरी तरफ मेरठ में ईद-उल-फितर की नमाज के लिए पुलिस ने खास अपील की है. मेरठ प्रशासन ने चतावनी देते हुए कहा था कि अगर मेरठ में कोई भी सड़क पर ईद की नमाज अदा करते हुए पाया गया तो उसका पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों के साथ बैठक कर जरुरी कमद उठाए जाने के निर्देश दिए है. इन प्रतिबंधों को देखते हुए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एडवाइजरी जारी की है.