Eid Ul Fitr: देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ईद की नमाज न होने देने के बयान को लेकर जहां देशभर में चर्चाएं हो रही हैं, वहीं मध्य प्रदेश के बुरहानपुर की दरगाह हजरत दादा नजर मियां मस्जिद के उपाध्यक्ष सैय्यद मुस्तफा अली ने भाजपा नेता मोहन सिंह बिष्ट के बयान का समर्थन किया है.
सैय्यद मुस्तफा अली ने कहा, "दिल्ली देश की राजधानी है, जहां हल्की-सी भीड़ से ट्रैफिक जाम की दिक्कत पैदा हो जाती है. ऐसे में यातायात बाधित न हो और पब्लिक ऑर्डर मैंटेन रहे, इस मकसद से यह बयान दिया गया होगा. यह किसी भी धर्म या समुदाय को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं है"
मोहन बिष्ट ने न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा था कि पब्लिक प्लेस और सड़के पब्लिक के इस्तेाल और यातायात के लिए है. हम नमाज अदा करने के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन, इसे मस्जिदों में अदा किया जाना चाहिए. इससे दूसरों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए ईद के मौके पर गरीब मुस्लिम परिवारों को 'सौगात-ए-मोदी' किट दिए जाने की पहल को लेकर भी दरगाह हजरत सैय्यद दादा नजर मियां मस्जिद के उपाध्यक्ष ने उनका आभार जताया है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी का हम दिल से शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने ईद के मौके पर देश के हजारों गरीब मुस्लिम परिवारों को यह सौगात दी. यह पहल जरूरतमंदों के लिए बहुत मददगार साबित होगी."
'सौगात-ए-मोदी' अभियान बीजेपी की तरफ से शुरू किया गया है. इसका मकसद मुस्लिम समुदाय के बीच कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देना और भाजपा तथा एनडीए के लिए राजनीतिक समर्थन जुटाना है. यह अभियान खास इसलिए भी है क्योंकि यह रमजान और ईद जैसे मौकों पर फोकस है. इस कैंपेन के तहत भाजपा ने 32 लाख मुस्लिम परिवारों तक पहुंचने और तीन हजार मस्जिदों के साथ सहयोग करने का प्लान बनाया है.
इस कैंपेन के तहत खास किट में ईद से ठीक पहले नए कपड़े, खाने-पीने की जरूरी चीजें और अन्य उपयोगी सामान दिए जा रहे हैं. इसे पाकर मुस्लिम परिवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम की सराहना की है.