trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02787581
Home >>Indian Muslim

Gaza सीजफायर प्रस्ताव पर अमेरिका ने अड़ाई टांग, खास पावर के इस्तेमाल से भड़का हमास

Hamas on America Vito: हमास ने अमेरिका के वीटो पावर इस्तेमाल करने की निंदा की है. दरअसल यूएनएससी में गाजा में परमानेंट सीजफायर के लिए प्रस्ताव पेश किया गया था. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.

Advertisement
Gaza सीजफायर प्रस्ताव पर अमेरिका ने अड़ाई टांग, खास पावर के इस्तेमाल से भड़का हमास
Sami Siddiqui |Updated: Jun 05, 2025, 08:09 AM IST
Share

Hamas on America Vito: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में गाज़ा पट्टी में तुरंत सीजफायर की मांग करने वाले प्रस्ताव पर अमेरिका के जरिए वीटो लगाए जाने पर हमास ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सीनियर हमास नेता बासेम नईम ने अमेरिका के इस कदम को "शर्मनाक और निंदनीय" बताया है और कहा कि यह फैसला उन मूल्यों के खिलाफ है, जिनका दावा अमेरिका इंटरनेशनल मंचों पर करता है. 

आसान जुबान में समझें तो यूएनएससी में गाजा में सीजफायर को लेकर प्रास्ताव लाया गया था. जिसे अमेरिका ने अपने वीटो पावर से खत्म तक दिया. इससे साफ संदेश जाता है कि अमेरिका नहीं चाहता है कि इस तरह से सीजफायर हो.

14 देशों के समर्थन के बावजूद अमेरिका ने किया वीटो

बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में हुए मतदान में 15 में से 14 मेंबर देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन अमेरिका की प्रतिनिधि डोरोथी शिया ने इसे वीटो कर दिया. इस प्रस्ताव को अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, पाकिस्तान, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों ने पेश किया था. स्थायी सदस्य चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन ने भी इसका समर्थन किया था.

प्रस्ताव में क्या था?

प्रस्ताव में "गाज़ा में तत्काल, बिना शर्त और स्थायी सीज़फायर हो. इसके साथ ही सभी बंधकों की रिहाई की जाए, और गाज़ा में मानवीय सहायता की बाधाओं को हटाया जाए. ऐसा मालूम होता है कि अमेरिका बिना शर्त के गाजा में परमानेंट सीजफायर नहीं चाहता है.

हमास ने दी तीखी प्रतिक्रिया

हमास प्रवक्ता बासेम नईम ने न्यूज़वीक से बातचीत में कहा, "चाहे इस फैसले का बातचीत पर कोई असर हो या न हो, लेकिन यह अमेरिकी रवैया बेहद शर्मनाक है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की प्रतिनिधि ने हजारों निर्दोषों की जान बचा सकने वाले प्रस्ताव के खिलाफ कैसे वोट कर दिया?

सरकार बदलती हैं लेकिन इंटरनेशनल कानून का उल्लंघन

उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका का लगातार इस्राइल के पक्ष में वीटो इस्तेमाल करना यह दिखाता है कि वहां की सरकारें बदलती हैं, लेकिन इस्राइल के प्रति झुकाव नहीं. जबकि इस्राइल की नीतियां अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन करती हैं."

क्या चाहता है अमेरिका?

अमेरिकी प्रतिनिधि डोरोथी शिया ने कहा कि यह वीटो चौंकाने वाला नहीं होना चाहिए. क्योंकि अमेरिका ऐसे किसी प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगा जो हमास की निंदा न करे और उसे निरस्त्र होकर गाज़ा छोड़ने को न कहे. उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव सिर्फ वीटो खिंचवाने के लिए तैयार किया गया था।

यूएन में अमेरिका का रुख

यह गाज़ा जंग शुरू होने के बाद अमेरिका के जरिए सीज़फायर प्रस्ताव पर पांचवीं बार वीटो लगाया गया है. ट्रंप प्रशासन के मध्यस्थों के जरिए हमास और इस्राइल के बीच कतर में चल रही वार्ताएं भी फिलहाल ठप है.

इजराइल ने क्या कहा?

इस्राइली संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधि डैनी डैनन ने अमेरिका का आभार जताया और कहा कि अमेरिका ने "सत्य और न्याय" का साथ दिया. उन्होंने कहा कि प्रस्ताव के ज़रिए दुनिया हमास को यह संदेश देती कि बंधकों को रोके रखो, समझौते से इनकार करो, फिर भी तुम्हें मान्यता मिल जाएगी.

Read More
{}{}