Gaza News: इज़राइल ने गाजा में अपने मिलिट्री ऑपरेशन को बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए हजारों रिज़र्व सैनिकों को बुलाने के आदेश दिए जा रहे हैं. इजराइली मीडिया के मुताबिक, सेना रिज़र्व सैनिकों को बुलाकर उन्हें वेस्ट बैंक और इज़राइल के दूसरे हिस्सों से हटाकर गाजा में तैनात करने का प्लान बना रही है.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बीच सीजफायर के मीडिएटर कतर पर हमला बोलते हुए कहा कि वह दोहरी चाल चल रहा है और उसे तय करना होगा कि वह सभ्यता के साथ है या आतंकवाद (हमास) के साथ. नेतन्याहू अपने धुर दक्षिणपंथी समर्थकों के दबाव में हैं, जिनके समर्थन से ही उनकी सरकार चल रही है. वे लगातार युद्ध जारी रखने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "इज़राइल इस न्यायपूर्ण युद्ध को न्यायपूर्ण तरीके से जीतेगा."
इस पर कतर के विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया दी और नेतन्याहू की टिप्पणियों को "भड़काऊ" और "राजनीतिक और नैतिक तौर पर गैर-जिम्मेदाराना" बताया. इज़राइल ने 2 मार्च से गाजा में राहत सामग्री भेजना पूरी तरह रोक दिया है, जिससे वहां मानवीय संकट और गहरा गया है. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि इससे तबाही मच सकती है.
उधर हमास ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया है जिसमें एक घायल बंधक मैक्सिम हरकिन (रूसी-इस्राइली नागरिक) नजर आ रहे हैं. वह अपने सिर और हाथ पर पट्टी बांधे दिख रहे हैं और कह रहे हैं कि वह एक हालिया हमले में घायल हुए हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 18 मार्च से अब तक इस्राइली हमलों में 2,396 लोग मारे जा चुके हैं और कुल जंग में मरने वालों की तादाद 52,495 पहुंच गई है.
गाजा में अब भी 58 बंधक हैं, जिनमें से 34 के मारे जाने की पुष्टि इज़राइली सेना कर चुकी है. हमास 2014 की जंग में मारे गए एक इस्राइली सैनिक की लाश को भी अपने पास रखे हुए है. इज़राइल का कहना है कि उसका मकसद बचे हुए बंधकों को छुड़वाना है, लेकिन आलोचक मानते हैं कि युद्ध तेज होने से बंधकों की जान और खतरे में पड़ सकती है.
तेल अवीव में शनिवार को हजारों लोगों ने प्रदर्शन कर सरकार से बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की मांग की. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम यहां हैं क्योंकि हमें लगता है कि मौजूदा वक्त में गाजा में जंग करना सही नहीं है.