Gaza News: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने गुरुवार को गाजा पट्टी में बचे हुए दो मेन अस्पतालों- नासर मेडिकल कॉम्प्लेक्स और अल-अमल अस्पताल की हिफाजत की मांग की है. संगठन ने चेतावनी दी है कि गाजा की स्वास्थ्य प्रणाली लगभग पूरी तरह से ढह चुकी है और यह दोनों अस्पताल भी जल्द बंद हो सकते हैं.
WHO ने कहा कि इन अस्पतालों तक पहुंच और राहत सामग्री की आपूर्ति पर रोक की वजह से इनएक्टिव होने के खतरे में हैं, जिससे पहले से ही युद्ध से क्षतिग्रस्त स्वास्थ्य सेवाएं और भी बिगड़ जाएंगी. संगठन ने बताया,'गाजा के उत्तरी हिस्से में अब कोई भी अस्पताल काम नहीं कर रहा है. नासर और अल-अमल, खान यूनिस में स्थित अंतिम दो पब्लिक हॉस्पिटल हैं, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा आबादी रह रही है."
अगर ये दोनों अस्पताल बंद हो गए, तो लोगों को जरूरी इलाज नहीं मिल पाएगा. अगर ऐसा हुआ तो गाजा में कुल 1400 बेड रह जाएंगे. हालांकि, इन अस्पतालों को खाली करने का आदेश नहीं दिया गया है, लेकिन वे उस इलाके में मौजूद हैं जिसे इजराइल ने 2 जून को खाली करने के लिए कहा था.
WHO ने बताया कि इजरायली अधिकारियों ने गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित किया है कि इन अस्पतालों तक जाने वाले रास्ते बंद कर दिए जाएंगे, जिससे डॉक्टरों और मरीजों का वहां पहुंचना लगभग असंभव हो जाएगा.
WHO ने कहा कि ये दोनों अस्पताल पहले ही अपनी क्षमता से ज्यादा मरीजों को संभाल रहे हैं, और वहां जीवनरक्षक दवाइयों व मेडिकल सप्लाई की भारी कमी है. अगर ये अस्पताल बंद हो गए, तो सर्जरी, आईसीयू, ब्लड बैंक, कैंसर का इलाज और डायलिसिस जैसी सेवाएं पूरी तरह रुक जाएंगी, जिससे सैकड़ों जानें खतरे में पड़ सकती हैं.
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुई इस जंग को लगभग 20 महीने हो चुके हैं. गाजा इस समय दुनिया के सबसे गंभीर मानवीय संकटों में से एक से गुजर रहा है. जहां लगातार बमबारी, जबरन विस्थापन और भयानक भूखमरी ने आम लोगों की जिंदगी को जहन्नुम बना दिया है.