Gorakhpur Masjid Demolition: उत्तर प्रदेश में कई मस्जिदों पर पिछले दिनों एक्शन लिया गया है. कुशीनगर की मदनी मस्जिद पर बुलडोजर चलने के बाद, मेरठ की 168 साल पुरानी जहांगीर खां मस्जिद को को हटा दिया गया. यह काम एनसीआरटीसी की मौजूदगी में किया गया. इसके बाद अब गोरखपुर की मस्जिद पर हथौड़ा चल रहा है. इस मस्जिद को नोटिस के बाद मुस्लिम समुदाय खुद तोड़ रहा है.
इस मस्जिद को तोड़ने के लिए लिए प्रशासन के जरिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था. आरोप है कि गोरखपुर के घोष कंपनी चौराहे के पास नगर निगम की 47 डिसमल जगह पर कब्जा किया हुआ था. 7 महीने पहले नगर निगम ने इस अवैध कब्जे को खाली कराया था. इसकी जगह पर 520 स्क्वाइयर फीट में तीन मंजिला मस्जिद का निर्माण हुआ था. जिसे हटाने के लिए प्रशासन ने आदेश दिए हुए थे.
आरोप लगा कि बिना किसी मैप के यहां तीन मंजिला मस्जिद को तामीर किया गया. जिसको गिराने के लिए जीडीए ने एक नोटिस भी जारी किया था. 15 फरवरी को मस्जिद के महरूम मुतावल्ली के बेटे क एक नोटिस जारी किया था और खुद ही मस्जिद के एक हिस्से को हटाने के लिए कहा गया था. इस नोटिस में कहा गया था कि अगर आप मस्जिद को नहीं तोड़ते हैं तो यह काम प्रशासन करेगा और इसमें जो खर्च आएगा वह मस्जिद को देना होगा
बता दें, इससे पहले मेट्रो लाइन के रास्ते में आ रही 168 साल पुरानी मस्जिद को मेरठ में तोड़ा गया था. इस मस्जिद को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. इसे गिराने के प्रशासन ने वक्त दिया था. पिछले महीने 21 तारीख को जुमा की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने इसे खुद ढहा दिया.