Gujarat Muslim News Today: मानवाधिकार संगठनों और विपक्षी पार्टियों के जरिये लगातार बीजेपी शासित राज्यों में मुसलमानों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई, भड़काऊ भाषण और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं बढ़ने के आरोप लगा रही हैं. इसकी वजह से देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय में डर और दहशत पैदा हो गई है. इस स्थिति पर चिंता जताते हुए गुजरात कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने केंद्र में नेता विपक्ष राहुल गांधी से संसद के मौजूदा सत्र में इन मुद्दों को मजबूती से उठाने की मांग की है.
गुजरात कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत आणंद में आयोजित जिला अध्यक्ष प्रशिक्षण शिविर के दौरान कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला, पूर्व विधायक ग्यासुद्दीन शेख और जावेद पीरजादा ने राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में गुजरात के गिर सोमनाथ, जूनागढ़, बेट द्वारका, अहमदाबाद के चंदोला तालाब और ओढ़व जैसे इलाकों में तीन पीढ़ियों से रह रहे गरीब मुस्लिम परिवारों के घरों पर चल रही बुलडोजर कार्रवाई पर आपत्ति जताई गई.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बिना पूर्व नोटिस और उचित वैकल्पिक व्यवस्था के ऐसे घरों को तोड़ना सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों और संविधान दोनों का उल्लंघन है. उन्होंने मांग की कि बुलडोजर कार्रवाई से पहले नागरिकों को नोटिस दिया जाए, दस्तावेज पेश करने का समय मिले और 10 सालों से अधिक समय से रह रहे लोगों को पुनर्वास की सुविधा दी जाए.
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम और उत्तराखंड जैसे बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री खुलेआम भड़काऊ भाषण दे रहे हैं, जिससे नफरत का माहौल बन रहा है. कांग्रेस नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के तहसीन पूनावाला फैसले का हवाला देते हुए मांग की कि हेट स्पीच के मामलों में पुलिस खुद संज्ञान लेकर कार्रवाई करे.
आज तक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम नेताओं ने राहुल गांधी से मॉब लिंचिंग और 1991 के पूजा स्थल अधिनियम पर भी ध्यान देने की अपील की गई. नेताओं ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं में सख्त धाराओं के तहत कार्रवाई हो और पूजा स्थल अधिनियम को अदालत में प्रभावी रूप से पेश कर इसके संरक्षण के लिए सरकार ठोस कदम उठाए.