Haridwar News Today: उत्तराखंड के हरिद्वार में प्रशासन ने अवैध मदरसों पर बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के तहत हरिद्वार में प्रशासन ने चार मदरसों को सील कर दिया है. इन मदरसों के खिलाफ कार्रवाई नियमों का उल्लंघन करने पर की गई है. मदरसों के खिलाफ हरिद्वार प्रशासन की कार्रवाई से हड़कंप मच गया.
मिली जानकारी के मुताबिक, हरिद्वार के लालढांग और गैंडीखाता गुज्जर बस्ती क्षेत्र में जिला प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए चार अवैध रुप से संचालित किए जा रहे मदरसों को सील कर दिया. लालढांग के मदरसा फजूल इस्लाम के दस्तावेज अधूरा होने पर इसे जिला प्रशासन ने सील कर दिया. इसी क्रम में गैंडीखाता में मदरसा अरबिया गुलसने शाह सकलैन को नियमों का उल्लंघन करने और एक मस्जिद मदरसा परिसर में संचालित होने की वजह से सील कर दिया गया.
अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह, तहसीलदार प्रियंका रानी, भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. हरिद्वार प्रशासन ने साफ किया कि बिना मान्यता और नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी मदरसे को बख्शा नहीं जाएगा. हालिया दिनों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में अवैध मदरसों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, धामी सरकार ने हालिया कुछ दिनों उत्तराखंड के सैकड़ों मदरसों पर कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि जिन मदरसों पर ताला लगाया गया है, वह सरकार की बगैर अनुमति और नियमों को ताक पर रख चल रहे थे. इसी को आधार बनाते हुए धामी सरकार प्रदेश के 110 मदरसों पर कार्रवाई कर चुकी है. इससे पहले बीते गुरुवार को भी हरिद्वार प्रशासन ने दो मदरसों पर ताला लगा दिया.
इसी तरह धामी सरकार के निर्देश पर गुरुवार को रुद्रपुर में 4 मदरसों को सील कर दिया गया था. जबकि बाजापुर में 3, किच्छा में 8, जसपुर में एक और हरिद्वार में अब तक 4 मदरसों को सील किया जा चुका है. इससे पहले राजधानी देहरादून और पौड़ी में बड़े स्तर पर अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की गई. यहां पर सरकार अब तक 92 मदरसों को सील कर चुकी है.
मदरसों पर कार्रवाई के क्रम में उधम सिंह नगर में 16 मदरसों को सील कर दिया गया है. जिसके बाद अब तक पूरे उत्तराखंड में 110 मदरसों को सील किया चुका है. सीएम धामी की तरफ से प्रशासन को कार्रवाई के लिए इस मामले में फ्री हैंड दिया है. बीते एक माह में अवैध मदरसों पर कार्रवाई तेज हो गई. प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि इतने बड़े स्तर संचालित होने वाले मदरसों के पीछे किसका हाथ है और यहां पर छात्रों को किस प्रकार की शिक्षा दी जा रही है.