Houthis: अमेरिका ने मंगलवार को यमन में हूतियों से जुड़े एक पेट्रोलियम तस्करी और प्रतिबंधों से बचने वाले नेटवर्क पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. यह कार्रवाई हूती विद्रोही गुट को निशाना बनाते हुए की गई है. दरअसल, अमेरिका ने कई कंपनियों पर बैन लगाए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये कंपनियां हूतियों को फाइनेंशियल सपोर्ट देने का काम कर रही थीं.
अमेरिका की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने अपने बयान में कहा कि जिन दो लोगों और पांच कंपनियों पर बैन लगाए गए हैं, वे हौतियों को फायदा पहुंचाने वाले सबसे अहम पेट्रोलियम इंपोर्टर और मनी लॉन्डरिंग करने वाले हैं.
फाइनेंस मिनिस्ट्री के डिप्टी सेक्रेटरी माइकल फॉलकेंडर ने कहा कि हौती गुट कुछ चालाक कारोबारियों के साथ मिलकर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के आयात से भारी मुनाफा कमाते हैं और इंटरनेशनल फाइनेंशियल सिस्टम तक अपनी पहुंच बनाते हैं.
उन्होंने बताया कि इन कंपनियों के जाल हूतियों की आतंकवादी मशीनरी को मजबूती देते हैं. ट्रेजरी ऐसे गोरखधंधों को रोकने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएगा. मुहम्मद अल-सुनैदर नाम के शख्स को भी अमेरिका के जरिए निशाना बना गया है. ट्रेजरी के मुताबिक, वह पेट्रोलियम कंपनियों के नेटवर्क का रेग्युलेट करता है और यमन का एक मेन पेट्रोलियम इंपोर्टर है.
गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में गाजा में इजरायल के जंग के बाद से ही हूति गुट ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में रेड सी में जहाजों पर हमले शुरू कर दिए थे. जनवरी 2024 में, अमेरिका ने हूती गुट को फिर से विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया गया था, वह लगातार रेड सी में अमेरिकी और इजराइली जहाजों को निशाना बना रहा था.