Hyderabad News Today: देशभर में कथित गौरक्षा के नाम पर लगातार मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है. हालिया दिनों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान समेत दूसरे राज्यों में हिंदू संगठनों और गौरक्षकों के हमलों में कई लोगों की मौत हो गई, पीड़ितों में ज्यादातर मुसलमान हैं. हैदराबाद पुलिस इस तरह के असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है.
इसी तरह के एक मामले में हैदराबाद के साइबरबाद के सूराराम थाना क्षेत्र में गुरुवार (5 जून) रात कैसर नगर में उस समय तनाव फैल गया, जब दो कथित गौरक्षकों के पास से खतरनाक हथियार बरमाद हुआ. दोनों आरोपी ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर जानवरों पर खरीद फरोख्त की जानकारी मिलेने पर मौके पर पहुंचे थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों के साथ कई और भी लोग थे. लेकिन उनको इस तरह से संदिग्ध अवस्था में घूमता देखकर जब लोगों ने पूछताछ शुरू की, तो कथित गौरक्षकों के बाकी साथी भाग खड़े हुए. लोगों ने दो लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस पूछताछ में दोनों ने खुद को गौरक्षक बताया और उनके पास से खतरनाक खंजर (चाकू) और हथियार बरामद हुआ है.
यह घटना आधी रात के करीब हुई. जब स्थानीय पशु व्यापारियों ने कुछ लोगों को संदिग्ध रूप से घूमते देखा और अनहोनी की आशंका में एक बाइक पर सवार दो व्यक्तियों को पकड़ लिया. लोगों ने तुरंत इसकी सूचना सूराराम पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस का एक गश्ती दल मौके पर पहुंचा,
'द सियासत डेली' में छपी खबर के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने बताया कि ये दोनों व्यक्ति बालकैंपेट के रहने वाले हैं. यह आरोपी कथित तौर पर मवेशियों की खरीद- फरोख्त की जानकारी मिलने के बाद कैसर नगर आए थे. आरोपियों की बाइक की तलाशी लेने बड़ा चाकू मिला और हथियार मिला है. जिसे देखकर मौके पर मौजूद लोग दहशत में आ गए.
हालांकि, पुलिस ने समय रहते कथित गौरक्षकों के पास से मिले हथियार को जब्त कर लिया. इस दौरान उन लोगों के साथ मौजूद अन्य लोग मौके से भागने में कामयाब रहे. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. पुलिस ने तुरंत भीड़ को तितर-बितर किया और पकड़े गए दोनों व्यक्तियों को पुलिस स्टेशन लेकर चली गई.