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Jammu-Kashmir में घर-घर क्यों जा रही है भारतीय सेना? जानकर हो जाएंगे हैरान

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में सेना घर-घर जाकर लोगों की कंडीशन की जानकारी ले रही है और उनकी दवाइयों और राशन से मदद कर रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस गोलाबारी में भारी नुकसान हुआ है.

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Jammu-Kashmir में घर-घर क्यों जा रही है भारतीय सेना? जानकर हो जाएंगे हैरान
Sami Siddiqui |Updated: May 15, 2025, 01:49 PM IST
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Jammu Kashmir News: पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी से प्रभावित पुंछ जिले के गांवों में, भारतीय सेना की रोमियो फोर्स के जवान घर-घर जा रहे हैं और लोगों को दवाइयां और राशन पहुंचा रहे हैं. सेना के जवानों ने वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत भी की और लोगों ने बताया कि 9 मई को हुई भारी गोलाबारी में उनके घर बुरी तरह से टूट गए हैं.

लोगों ने बताई आपबीती!

मोहम्मद आसिफ नाम के एक स्थानीय शख्स ने बताया कि हमारे घर पर बहुत भारी नुकसान हुआ है. अब हम अपने घर में नहीं रह सकते, इसलिए पड़ोसी के घर में रह रहे हैं. भारतीय सेना यहां आई, उन्होंने हमारी बहुत मदद की. दवाइयां दीं और कहा कि अगर कोई परेशानी हो तो बताना. हम उनके बहुत शुक्रगुजार हैं."

बम निरोधक टीम नौशेरा में सक्रिय

सेना की बम निरोधक टीम भी राजौरी जिले के नौशेरा इलाके में सक्रिय है. वह जिंदा बमों और गोले को ढूंढकर डिफ्यूज कर रही है. ये बम हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई गोलाबारी के दौरान गिराए गए थे. भारतीय सेना हर दिन सीमा पर मिले जिंदा बमों को निष्क्रिय कर रही है, ताकि स्थानीय लोगों की हिफाजत की जा सके.

हालात हो रहे हैं नॉर्मल

अब जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर सहमति बनी है और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हालात काबू में आ गए हैं, जम्मू के अखनूर इलाके में लोग अपनी सामान्य ज़िंदगी की ओर लौट रहे हैं. भूपेंद्र सिंह, जो अखनूर में काम करते हैं, उन्होंने कहा,"अखनूर में हालात अब सामान्य हैं. दुकानें खुल रही हैं और लोग अपने काम पर लौट रहे हैं."

सेना ने लगाया मेडिकल कैंप

भारतीय सेना ने अखनूर सेक्टर के नारायण गांव में मुफ्त मेडिकल कैंप लगाया है. इस कैंप का मकसद सीमा के पास रहने वाले लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा देना था. इस कैंप में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग बड़ी तादाद में पहुंचे. सेना की मेडिकल टीम ने लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और मुफ्त दवाइयां दीं.

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