Iran News: ईरान में चल रहे जंग के हालातों को देखते हुए भारत सरकार के जरिए शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत भारत लौटे छात्रों ने केंद्र सरकार का आभार जताया है. नई दिल्ली पहुंचने पर छात्रों ने कहा कि ईरान में हालात बहुत खराब हैं और लोग डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने उन्हें सीधे हॉस्टल के दरवाजे से सुरक्षित निकालकर घर पहुंचाया, जिसके लिए वे बहुत शुक्रगुजार हैं.
ईरान में पढ़ाई कर रहीं शेख आसिफा ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि इतनी मदद मिलेगी. हम वापस आकर बहुत खुश हैं, लेकिन अपनी पढ़ाई को लेकर थोड़ी चिंता भी है. ईरान में हालात बहुत खराब हैं, वहां के लोग डरे हुए हैं. हमें ईरान से कॉल भी आए थे, जिनमें बताया गया कि वहां की स्थिति बहुत नाज़ुक हैय
भारत सरकार ने हमें सीधे हमारे डॉर्म से निकाला, जो हमने कभी सोचा भी नहीं था. हर कदम पर हमारी मदद की गई, किसी को कोई परेशानी नहीं हुई. इसके लिए हम केंद्र सरकार के बेहद आभारी हैं.
#WATCH | Delhi | MBBS student evacuated from Iran as part of Operation Sindhu, says, "We are very happy to be back in our country. The situation is really bad there. We saw the missiles being launched and intercepted by Iran. We are thankful to the government for evacuating us." pic.twitter.com/r2z1tBeiOv
— ANI (@ANI) June 19, 2025
वहीं एक दूसरे छात्र ने बताया कि मैं खुश हूं कि वापस अपने देश आ गया. उर्मिया में हमें ऐसा कुछ नहीं दिखा, लेकिन ईरान के दूसरे इलाकों में हालात बहुत खराब है. भारत सरकार ने बहुत मदद की, तभी हम सुरक्षित वापस लौट सके. एक छात्र कहता है कि ईरान की स्थिति बहुत नाजुक है, और उन्होंने भारतीय दूतावास से अपील की कि तेहरान और इस्फहान में फंसे भारतीयों को भी जल्द से जल्द निकाला जाए.
जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाली एक छात्रा, जो ईरान में MBBS के चौथे साल की पढ़ाई कर रही थीं, उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि जंग जल्द खत्म हो ताकि वह पढ़ाई पूरी कर सकें. उन्होंने बताया कि पूरी निकासी प्रक्रिया (evacuation) बहुत सुचारू और शांतिपूर्ण रही. उन्होंने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपील की कि उन्हें जल्दी से जल्दी घर पहुंचाया जाए.
#WATCH | "I am proud to be an Indian. Thank you, Government of India," says an Indian student evacuated from conflict-struck Iran.#OperationSindhu pic.twitter.com/vOjpCeCNl9
— ANI (@ANI) June 19, 2025
उन्होंने आगे कहा,"हम पढ़ाई अधूरी छोड़कर आ रहे हैं, इस बात का दुख है. लेकिन हमें यह उम्मीद नहीं थी कि हम इतनी जल्दी वापस आ सकेंगे. सरकार ने बहुत अच्छे से हमारी मदद की. हमें कोई दिक्कत नहीं हुई. हमें बताया गया है कि कश्मीर के छात्रों के लिए यहां से बस का इंतज़ाम किया गया है, लेकिन हम पहले ही तीन देशों की यात्रा कर चुके हैं, अब और थक चुके हैं. मैं कश्मीर सरकार से अपील करती हूं कि हमारी जल्द से जल्द घर वापसी सुनिश्चित की जाए ताकि हम अपने माता-पिता से मिल सकें.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्श पर लिखा,"भारत ने ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालना शुरू किया है. 17 जून को ईरान से उत्तरी इलाकों में फंसे 110 छात्रों को आर्मेनिया के जरिए निकाला गया, जिन्हें हमारी ईरान और आर्मेनिया में मौजूद मिशनों की निगरानी में सीमा पार कराई गई. इसके बाद ये सभी छात्र येरवान से विशेष विमान से 19 जून की सुबह नई दिल्ली पहुंचे.