Pahalgam Attack update: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी से बड़ा सवाल किया है. उनका कहना है कि जिस जगह आतंकी हमला हुआ उस जगह पहले दो सीआरपीएफ यूनिट हुआ करती थी, लेकिन अब क्यों नहीं थी. ओवैसी के इस दावे ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि क्विक रिएक्शन टीम को ऊपर जाने में एक घंटा लग गया और इस दौरान आतंकी लोगों को मौत के घाट उतार रहे थे.
असुद्दीन ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की है. जिसमें वह सवाल खड़ा करते दिख रहे हैं कि जनवरी 2025 तक पहलगाम में उस मुकाम पर दो सीआरपीएफ यूनिट थी, जो अब क्यों नहीं है? क्यों हटाया गया उन्हें? तो फिर बेसरान मीडोज में क्या हुआ फिर? नीचे से क्विक रिएक्शन टीम को ऊपर जाने में 1 घंटा लगा और ऊपर ये कुत्ते लोगों को नाम पूछ कर मार रहे थे, मज़हब पूछ कर मार रहे थे." ओवैसी ने आगे कहा कि इसकी अकाउंटिबिलिटी फिक्स होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी से बैरिस्टर @asadowaisi का सवाल। कहा "जनवरी 2025 तक पहलगाम में उस जगह पर 2 CRPF की Unit थी अब क्यों नहीं है? क्यों हटाया गया उनको? #AIMIM #AsaduddinOwaisi #Pahalgam #CRPF #PahalgamTerrorAttack #TerroristAttack #pahalgamattack #owaisi #India pic.twitter.com/jVS9kuKjXk
— AIMIM (@aimim_national) April 24, 2025
बता दें, 22 अप्रैल को पहलगाम में टूरिस्ट पर हमला हुआ था. इस हमले में 28 लोगों की जान गई थी. आतंकियों ने टूरिस्ट से नाम पूछकर उनकी हत्या की. जो कलमा नहीं पढ़ पाए और मुसलमान होने की अपनी पहचान साबित नहीं कर पाए उन्हें गोली मार दी गई.
ये हमला पांच आतंकियों के जरिए अंजाम दिया गया था. जिनमें से तीन पाकिस्तानी नागरिक हैं और 2 कश्मीरी हैं. दोनों कश्मीरियों को पाकिस्तान से ट्रेनिंग मिली थी और पाकिस्तानी नागरिक पहले से ही यहां रह रहे थे. आतंकी आसिफ फौजी (कोड नाम – मूसा), सुलेमान शाह (कोड नाम – यूनुस), अबू तल्हा (कोड नाम – आसिफ) पाकिस्तानी नागरिक हैं. आदिल गुरी और एहसान कश्मीर के रहने वाले हैं. फिलहाल एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है.