Delhi News Today: गाजा में इजराइली जुल्म के खिलाफ पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इजराइल के हमलों और नाकाबंदी की वजह से खाने पीने की चीजों की कमी की वजह से बच्चों की मौतों और मानवीय संकट के विरोध में बड़ी संख्या में लोगों ने दिल्ली के दरियागंज में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन महिंद्र कंपनी के शोरूम के बाहर किया गया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस के जरिये उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई. फलस्तीन के समर्थन में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में शामिल नौजवानों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. यह प्रदर्शन भारत की महिंद्रा कंपनी और इजराइली हथियार कंपनियों के बीच हुए समझौतों के खिलाफ था.
इससे पहले इतवार (27 जुलाई) को Indian People in Solidarity with Palestine (IPSP) और BDS इंडिया आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ता दरियागंज स्थित महिंद्रा शोरूम के बाहर जमा हुए. प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, जहां लोग पर्चे बांट रहे थे. नारे लगा रहे थे और पोस्टर के जरिए आम जनता से इजराइल के खिलाफ बहिष्कार आंदोलन से जुड़ने की अपील कर रहे थे.
आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान हिंदूवादी और भगवा समर्थकों की भीड़ मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी करने लगी. दिल्ली पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के इशारे पर कथित तौर महिला प्रदर्शनकारियों का पीछा किया और फिर उन्हें जबर अवैध ढंग से हिरासत में लेकर दरियागंज थाने ले आई.
IPSP के मुताबिक, शाम 6:30 बजे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. बीती रात करीब 8 बजे भारी संख्या में छात्रों, शिक्षकों, पत्रकारों और नागरिकों के थाने पहुंचने के बाद उन्हें रिहा किया गया. प्रदर्शन में महिंद्रा कंपनी के जरिये इजराइली कंपनियों Elbit Systems और SeBtrycs Ltd के साथ किए गए सैन्य समझौतों का विरोध किया गया.
वक्ताओं ने गाजा में चल रहे नरसंहार, भुखमरी और मानवीय संकट को उजागर किया और भारत के नागरिकों से अपील की कि वे फलस्तीन के संघर्ष को समझें और उसका समर्थन करें. IPSP ने साफ कहा है कि वह इस राज्य प्रायोजित दमन के खिलाफ शांतिपूर्ण और कानूनी तरीके से संघर्ष करता रहेगा. साथ ही उन्होंने न्यायप्रिय नागरिकों से इस दमनकारी रवैये के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है.