Shamli News: कैराना की सांसद खबरों में आ गई हैं. जिसकी वजह से उनका एक बयान और उसके खिलाफ हिंदू संगठनों का प्रदर्शन है. दरअसल इकरा हसन ने नमाज को लेकर एक बयान दिया था. उनके इस बयान के विरोध में हिंदू रक्षा दल उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष कई कार्यकर्ताओं के साथ शामली पहुंच गए और कैराना जाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया. इतना ही नहीं इस दौरान इकरा के परिवार को भी धमकी दे दी.
जिस वक्त हिंदू संगठन ये काम करने का प्लान कर रहे थे, तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें आकर रोक दिया. जिससे पदाधिकारी बिफर गए और एक साधू ने तो अधिकारियों को आत्मदाह की वॉर्निंग भी दे डाली. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच लंबी बातचीत के बाद यह तक किया गया कि केवल पांच लोगों की ही पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत होगी.
हिन्दू संगठन के लोगो ने जैसे ही हाथों मे झंडा लेकर कैराना कूच करने की कोशिश की तो पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा वजहों का हवाला देते हुए उन्हें वहीं रोक दिया और पुलिस फोर्स दीवार बनकर खडी हो गई.
वहीं, इस दौरान हिंदू रक्षा दल के उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा कि इकरा हसन ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि हम रोड़ों पर जाकर नमाज पढ़ेंगे. इसके विरोध में हिंदू रक्षा दल उत्तराखंड में इनका पुतला भी जलाया था और उसी दिन आवाहन किया गया था कि हम कैराना जाकर हनुमान चालीसा पढेगे. यह हनुमान चालीसा का पाठ इकरा हंसन के लिए एक सदेश है कि अगर तुम रोड पर आओगे, तो हम तुम्हारे घर आकर हनुमान चालीसा का पाठ पढेगे.
उन्होंने इस दौरान कहा कि इकरा हसन को अपने दिमाग से वहम निकाल देना चाहिए कि उनके खिलाफ कोई कुछ नही बोलेग. लेकिन, उन्हे यह समझ लेना चाहिए की यह हिन्दू रक्षा दल है और दो मिनट मे तुम्हारे विधायक भाई और पूर्व सांसद तबस्सुम हसन का दिमाग़ ठीक कर देंगे.
बता दें, समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने सरकार के जरिए सड़क पर ईद की नमाज पर लगाए गई रोक की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि महज 10 मिनट की ईद की नमाज से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए और सवाल किया था कि आखिर इतनी छोटी सी नमाज से सरकार को इतनी परेशानी क्यों है. बता दें, ईद की नमाज को लेकर प्रशासन ने ऐलान किया था कि जो लोग सड़क पर नमाज पढ़ेंगे उनका पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.