US Iran Conflict: ईरान परमाणु बम बनाने के बेहद करीब है और अमेरिका समेत कई यूरोपीय देश ईरान को परमाणु शक्ति बनने से रोकना चाहते हैं. इसी सिलसिले में डोनाल्ड ट्रंप परमाणु कार्यक्रम समझौते पर बातचीत के लिए दबाव बना रहे हैं, लेकिन ईरान अमेरिका से सीधे बातचीत करने को तैयार नहीं है. अमेरिका ने ईरान को धमकी भी दी है कि अगर वह बातचीत के लिए राजी नहीं हुआ तो वह उस पर हमला कर देगा. इसके बावजूद एक बार फिर ईरान ने अमेरिका को परमाणु हथियार बनाने की धमकी दी है.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका या इजराइल ने ईरान पर परमाणु कार्यक्रम के बहाने हमला किया, तो ईरान को परमाणु हथियार बनाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि ईरान को सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के धार्मिक आदेश के तहत परमाणु हथियार हासिल करने से रोका गया है लेकिन उन्होंने यह भी कहा, "अगर अमेरिका कोई गलती करता है, तो ईरान पर अपने लोगों का इतना दबाव होगा कि हमें परमाणु हथियार विकसित करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा."
ईरान ने दी कड़ी चेतावनी
लारीजानी ने कहा कि ईरान पर सैन्य हमले के गंभीर नतीजे होंगे और सिर्फ बमबारी से ईरान का परमाणु कार्यक्रम खत्म नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच किसी भी संभावित 'अप्रत्यक्ष वार्ता' का मकसद सिर्फ एक-दूसरे की मांगों को समझना और आपसी सहमति बनाना होगा.
ट्रंप ने दी बमबारी की धमकी
रविवार को NBC न्यूज को दिए इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी कि अगर ईरान ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर समझौता नहीं किया तो अमेरिका ईरान पर "अब तक की सबसे खतरनाक बमबारी" करेगा. उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी और ईरानी अधिकारी बातचीत कर रहे हैं, लेकिन इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी.
ईरान ने सीधी बातचीत से किया इनकार
वहीं, मार्च के आरंभ में ट्रंप ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के माध्यम से ईरानी नेताओं को एक पत्र भेजा था जिसमें ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर सीधी बातचीत का प्रस्ताव दिया गया था, जिसके बारे में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने रविवार को कहा कि तेहरान ने इसे अस्वीकार कर दिया है, लेकिन उन्होंने अप्रत्यक्ष वार्ता की संभावना से इनकार नहीं किया. उन्होंने यह भी कहा कि ईरान सैद्धांतिक रूप से बातचीत के खिलाफ नहीं है, लेकिन पहले अमेरिका को अपनी पुरानी गलतियों को सुधारना होगा और भरोसा दोबारा बनाना होगा.