Gaza Ceasefire Talk Update: गाजा में युद्धविराम को लेकर हमास और इज़राइल के बीच हो रही इंडायरेक्ट बातचीत में बाधा आ रही है. शनिवार को इस मामले से जुड़े दो फिलिस्तीनी सोर्सेज ने अरब न्यूज को बताया कि बातचीत की रुकावट की अहम वजह इज़राइल की यह शर्त है कि वह गाजा से अपनी सेना पूरी तरह नहीं हटाएगा.
दोनों पक्षों के डेलीगेशन्स ने पिछले रविवार को कतर की राजधानी दोहा में बातचीत शुरू की थी, ताकि 21 महीने से जारी संघर्ष को कुछ समय के लिए रोका जा सके.यह जंग 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इज़राइल पर हमले के बाद शुरू हुई थी. हमास और इज़राइल दोनों ने कहा है कि अगर 60 दिन के सीजफायर पर सहमति बनती है, तो हमास के जरिए पकड़े गए 10 जिंदा बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा.
लेकिन एक सूत्र ने बताया कि इज़राइल की तरफ से सेना पूरी तरह न हटाने का प्रस्ताव इस समझौते को आगे बढ़ने नहीं दे रहा है. सूत्र के अनुसार,"दोहा में चल रही बातचीत में इज़राइल ने शुक्रवार को एक नक्शा पेश किया है, जो वास्तव में सेना की तैनाती को फिर से व्यवस्थित करने का प्रस्ताव है, न कि पूरी तरह से वापसी का.”
हमास का कहना है कि वह तभी समझौता करेगा जब इज़राइल अपनी पूरी सेना गाजा से हटा लेगा, जहां 20 लाख से ज़्यादा लोग रहते हैं. लेकिन, इज़राइल की तरफ से पेश किए गए नक्शे के मुताबिक, वह चाहता है कि गाजा के 40 फीसद हिस्से को अब सेना रखे.
सूत्र ने कहा, "हमास इस नक्शे को कबूल नहीं करेगा क्योंकि यह गाजा पट्टी के लगभग आधे हिस्से पर इज़राइल के कब्जे को वैध बना देता है और गाजा को टुकड़ों में बांट देता है, जहां न आवाजाही की आज़ादी होगी और न ही कोई सीमा पार कर पाएगा."
मीडिएटर्स ने दोनों पक्षों से कहा है कि बातचीत तब तक रोक दी जाए जब तक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ दोहा नहीं पहुंच जाते. एक दूसरे फिलिस्तीनी सोर्स ने कहा कि बातचीत में कुछ प्रगति हुई है, खासतौर पर फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा में अधिक मानवीय सहायता पहुंचाने को लेकर.