Jaipur News Today: राजस्थान के राजधानी जयपुर में कल शुक्रवार (25 अप्रैल) को जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने पोस्टर चस्पा कर दिया था. हवामहल सीट से बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के बाद तनाव फैल गया. पुलिस ने आरोपी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. आज शनिवार (26 अप्रैल) को बीजेपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया.
मिली जानकारी के मुताबिक, जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद में पोस्टर लगाने को लेकर विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग परकोटे में इकट्ठा हुए थे. इस प्रदर्शन में मुस्लिम समुदाय के साथ बड़ी संख्या में अन्य लोग भी शामिल हुए और उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया.
इस दौरान भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों पर लाठीचार्ज कर दिया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई. घटना की वीडियो भी सामने आई है, जिसमें प्रदर्शनकारियों पर पुलिस डंडे बरसाती नजर आ रही है और लोगों को भागते हुए देखा जा सकता है.
पुलिस के मुताबिक, नमाज के बाद कुछ लोगों ने इकट्ठे होकर रोड के ऊपर बैठने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने समझा बुझाकर वापस भेज दिया गया. पुलिस कमिश्नर ने बीजेपी विधायक के पोस्टर चिपकाने को लेकर कहा कि इस मामले में विधिक कार्रवाई की जा चुकी है, इसके लिए किसी को आकर सड़क पर बैठने की जरुरत नहीं है.
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मुस्लिम समाज के कुछ सम्मानित लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा. हालांकि कुछ तत्वों ने इस अपील को दरकिनार कर आज प्रदर्शन करने की कोशिश की और सड़क पर आकर बैठ गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज के आरोपों से इंकार किया है.
दरअसल, शुक्रवार को हवामहल सीट से बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने समर्थकों के साथ जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद पहुंचे थे. बालमुकुंद आचार्य मस्जिद के गेट पर पोस्टर पोस्टर चिपकाते हुए अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी की. इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. मामले की संवेदनशीलत को देखते हुए पुलिस ने बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.
फिलहाल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए घटना के बाद मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात किया गया है. पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों की जानकारी फौरन अधिकारियों को दें. पुलिस के लाठीचार्ज की वजह से दुकानदारों ने माहौल खराब होने की आशंका के मद्देनजर दुकानें बंद कर दीं.