Jaipur News Today: बीजेपी (BJP) शासित कई राज्यों में इस्लाम में धर्मांतरण को लेकर चर्चे हैं. लगभग डेढ़ दर्ज़न लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. मगर सच ये है कि धर्मांतरण एक जटिल व्यक्तिगत फैसला है, जिसे झूठ और सियासी बयानबाजी से जोड़ना सही नहीं है. जयपुर के एक नौजवान पियूष सिंह की कहानी इसी कड़ी में है, जिसने अपनी मर्ज़ी से हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया था.
पियूष सिंह से मोहम्मद अली बने नौजवान की यह कहानी दक्षिणपंथी संगठनों के आरोपों और दावों के बिल्कुल उलट है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में मोहम्मद अली को धर्मांतरण गैंग से जुड़े होने और हनी ट्रैप का शिकार होकर धर्मांतरण करने का दावा किया गया है. हालांकि, एक इंटरव्यू में मोहम्मद अली ने इस तरह के सभी आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया है.
एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में मोहम्मद अली ने हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम बनने की कहानी बताई है, जिसमें उसने खुलासा किया कि वह इस्लाम धर्म अपनाने से पहले क्रिश्चियन धर्म के बारे में गहनता से पढ़ा और उसकी शिक्षा पर विचार विमर्श किया. मोहम्मद अली ने कहा, "इस्लाम में मेरे एंट्री की कहानी साल 2017 के मार्च महीने से शुरू हुई, जब मेरे ग्रेजुएशन का फाइन ईयर चल रहा था."
धर्मांतरण कर इस्लाम धर्म अपनाने वाले मोहम्मद अली ने कहा, "ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के दौरान मेरे आस पड़ोस के कुछ साथी थे, जिनके साथ मेरी अच्छी दोस्ती थी. उनका ताल्लुक अलग-अलग धर्मों से था और मेरा शुरू से ही सभी धर्मों के बारे में जानने का मन था." मोहम्मद अली के मुताबिक, "वह शुरू से ही इस्लाम धर्म के बार में काफी कुछ जानता था और इसके बारे में लगातर पढ़ता रहता था."
पियूश सिंह पंवार से मोहम्मद अली बने नौजवान ने बताया कि "वह धार्मिक शिक्षाओं के बारे काफी कुछ जानता था, चाहे वह इस्लाम धर्म हो या फिर क्रिश्चियनिटी या दूसरे धर्म हों." मोहम्मद अली आगे बताया कि "उसने 6 महीने तक क्रिश्चियनिटी पर स्टडी की है. इस दौरान मैं रेगुलर चर्च गया और उनकी सारी कर्मकांडों को करीब से देखा है."
धर्मांतरण को लेकर मोहम्मद अली ने बताया कि "सभी धर्मों के बारे में स्टडी करने के बाद आखिर मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि इंसान को इस दुनिया और आखिरत में कोई मुकाम हासिल हो सकता है तो वह सिर्फ और सिर्फ अल्लाहताला की कृपा और आशीर्वाद से ही हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है." उसने आगे कहा, "इस्लाम ही एक वाहिद रास्ता है जो आपको जन्नत की तरफ ले जा सकता है." उसने कहा कि इस्लाम उसने अपनी मर्ज़ी से इसे जानने और समझने के बाद अपनाया है.
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