trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02802666
Home >>Muslim News

NEET: जम्मू के आफताब ने नीट के पहले अटैंप्ट में हासिल किए 99.98 परसेंटाइल, बताया जीत का मंत्रा

NEET 2025 Result:  रामबन जिले के रहने वाले आफताब इक़बाल ने नीट 2025 में स्टेट में पहली रैंक हासिल की है. उन्होंने 99.9808085 परसेंटाइल हासिल किए हैं. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.

Advertisement
 NEET: जम्मू के आफताब ने नीट के पहले अटैंप्ट में हासिल किए  99.98 परसेंटाइल, बताया जीत का मंत्रा
Sami Siddiqui |Updated: Jun 16, 2025, 11:16 AM IST
Share

NEET 2025 Result: रामबन जिले के रहने वाले आफताब इक़बाल ने NEET-UG 2025 में जम्‍मू-कश्‍मीर टॉप किया है. उन्‍होंने ऑल इंडिया रैंक 423 हासिल की है और 99.9808085 पर्सेंटाइल के साथ कुल 622 नंबर हासिल किए हैं.

दो साल की जान लगाकर मेहनत

आफताब ने बताया कि उन्हें जेनेटिक्स सब्जेक्ट ने मेडिकल फील्ड की तरफ खींचा था. जब वो 9वीं-10वीं कक्षा में थे, तब उन्हें ज़ूलॉजी पढ़ने में गहरी रुचि हो गई थी. उसी वक्त उन्होंने तय किया कि वह डॉक्टर बनेंगे. उन्होंने दो साल तक NEET की तैयारी की और यह उनका पहला अटैंप्ट था.

आफताब ने बताया कामयाबी का मंत्र

आफताब ने बताया उन्होंने एनसीआरटी को गहराई से पढ़ा. इसके साथ ही उन्होंने कहा,"कंसिस्टेंसी (निरंतरता) ही सफलता की कुंजी है. मॉक टेस्ट आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और NCERT के कॉन्सेप्ट तैयारी में बहुत जरूरी होते हैं." उन्होंने इस दौरान अपने उन टीचर्स का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उन्होंने इस जर्नी में उनकी मदद की थी.

रिजलर्ट देख रह गए हैरान

जब नतीजे आए, तो आफताब खुद भी चौंक गए. उन्होंने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वो टॉप-500 में आएंगे. जम्मू-कश्मीर टॉपर बनना तो उनके लिए सपना जैसा था. मैंने सोचा था कि मेरे 618 अंक होंगे. जब मैंने रैंक देखी तो मैंने सबसे पहले अल्लाह का शुक्रिया अदा किया."

सरकारी स्कूल का छात्र

आफताब गवर्नमेंट हाई स्कूल खड़ी (रंबन) के छात्र हैं. उनके पिता ने स्कूल के शिक्षकों का आभार जताते हुए कहा कि उनके बेटे को वहां पढ़ाई के लिए बेहतरीन माहौल मिला.

मां-बाप का साथ सबसे अहम

आफताब के पिता ने कहा,"माता-पिता को भी बच्चों की सफलता के लिए उतनी ही मेहनत करनी चाहिए. उन्हें हर कदम पर उनके साथ खड़े रहना चाहिए." उन्होंने बताया कि उन्होंने बेटे पर कभी दबाव नहीं बनाया, लेकिन उसका साथ हमेशा दिया.

आफताब ने कहा कि डॉक्टर बनने का सपना उन्होंने खुद देखा था, और उनके माता-पिता का भी यही सपना था. जब मैंने बायोलॉजी पढ़नी शुरू की, खासकर जेनेटिक्स, तो मैं बहुत प्रभावित हुआ. तभी तय कर लिया कि मुझे डॉक्टर ही बनना है.

Read More
{}{}